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मेट्रो : बिजली की लाइनें शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू
Mar 5, 2012, 09.00AM IST
एनबीटी न्यूज ॥ फरीदाबाद : एनएचएआई से तालमेल न बन पाने के बावजूद मेट्रो का काम धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। इस कड़ी में कॉरिडोर और स्टेशनों के रास्ते में आने वाले बिजली के तारों को जल्द से जल्द हटाने के प्रयास भी शुरू कर दिए हैं, ताकि कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। इसके लिए डीएमआरसी 3 करोड़ 90 लाख रुपये खर्च करेगी।
बदरपुर से वाईएमसीए तक मेट्रो के रास्ते में तीन सब स्टेशनों को जोड़ने वाली लाइनें आ रही हैं। जिसमें ए-2 सबस्टेशन से नॉर्दर्न इंडिया, ईदगाह सबस्टेशन और एस्कॉर्ट-2 सबस्टेशन को जोड़ने वाली 66 केवी लाइन के साथ 11 केवी की लाइनें भी शामिल हैं। इसके अलावा पल्ला सबस्टेशन से पाली सबस्टेशन को जोड़ने वाली 220 केवी की लाइन एनएचपीसी चौक के पास बुढि़या नाले पर और पल्ला सबस्टेशन से एनएच-3 सबस्टेशन को जोड़ने वाली 66 केवी लाइन भी मेट्रो के रास्ते में बाधा बनी हुई है। पहले चरण में 11 केवी की लाइनों को शिफ्ट करने का काम किया जाएगा। बदरपुर बॉर्डर से वाईएमसीए तक लाइनें डीएचबीवीएन के अंडर आती हैं। डीएचबीवीएन ने डीएमआरसी को लाइनें शिफ्ट करने के लिए एनओसी दे दी है और इसके आधार पर डीएमआरसी ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस काम को तीन हिस्सों में बांटा हुआ है। डीएमआरसी के प्रवक्ता हिमांशु ने बताया कि बिजली की लाइनों को शिफ्ट करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही टेंडर जारी कर दिए जाएंगे और उसके हिसाब से काम शुरू कर दिया जाएगा।
हुडा नहीं करेगा डीएमआरसी-एनएचएआइ विवाद में हस्तक्षेप
Mar 06, 08:09 pm
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन व भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बीच विवाद में अब हुडा प्रशासन दखल नहीं देगा।
हुडा प्रशासक की ओर से साफ तौर पर कह दिया गया है कि यह दोनों कंपनियों का अंदरूनी मसला है। उसके बीच अब हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा।
डीएमआरसी-एनएचएआइ विवाद के मुद्दे पर जागरण से बातचीत में फरीदाबाद मेट्रो रेल परियोजना की नोडल अधिकारी व हुडा प्रशासक अवनीत पी. कुमार ने कहा कि हुडा अधिकृत सीमाओं में रेल परियोजना के निर्माण में किसी भी तरह की बाधा नहीं हैं। हुडा की ओर डीएमआरसी को हर तरह की स्वीकृति दे दी गई है। उन्होंने बताया कि एनएचएआइ की जो मांगे हैं, उन पर डीएमआरसी प्रशासन को समाधान करना होगा। इसमें हुडा का कोई रोल नहीं है।
उल्लेखनीय है कि सेक्टर-12 में कास्टिंग यार्ड स्थापित किया जा रहा है, जो हुडा की जमीन पर बनाया जा रहा है। इसके अलावा मेट्रो का निर्माण कार्य पिछले बीस दिनों से रुका हुआ है।
दोनों कंपनियों के बीच विवाद अब नासूर बनता जा रहा है। दोनों के बीच विवाद को खत्म करने के लिए पहली मार्च को हुडा ने बैठक बुलाई थी, जो बिना किसी नतीजे के ही खत्म हो गई। इसके बाद दूसरी बैठक उसके एक सप्ताह बाद यानी होली से पहले होने वाली थी, लेकिन अब खबर यह है कि एनएचएआइ ने बैठक में आने से इनकार कर दिया है। उससे मसला और उलझ रहा है। डीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि जमीन की पैमाइश करने का काम भी बंद हो गया है। मेटो निर्माण कार्य के लिए कई कर्मचारी भी आ चुके थे, पर काम न होने के कारण वे भी लौट गए हैं।
इस मुद्दे पर जब एनएचएआइ के अधिकारियों से बात करनी चाही, तो किसी ने भी इस मुद्दे पर बोलने से मना कर दिया। बस उन्होंने इतना ही कहा कि शर्ते जब तक पूरी नहीं होंगी, तब तक मेट्रो निर्माण कार्य बंद रहेगा।
सबसे तेज चलेगी अपने शहर में मेट्रो
Mar 12, 2012, 07.00AM IST
फरीदाबाद।। बेशक एनसीआर के बाकी शहरों दिल्ली , नोएडा , गाजियाबाद , गुड़गांव के बाद फरीदाबाद में मेट्रो आ रही है , लेकिन यहां पर चलने वाली मेट्रो की रफ्तार एनसीआर में सबसे तेज होगी। इसके अलावा कोचों में भी काफी बदलाव देखने को मिलेगा। फरीदाबाद में फिलहाल 6 कोच वाली ही मेट्रो चलनी है। ज्यादा स्पीड होने का फायदा यहां के लोगों को जरूर मिलेगा।
1.2 मीटर प्रति सेकंड स्क्वेयर होगी रफ्तार
डीएमआरीसी फरीदाबाद मेट्रो का निर्माण थर्ड फेज में कर रही है। थर्ड फेज में चलने वाली मेट्रो की रफ्तार फर्स्ट और सेकंड फेज की ट्रेनों से तेज होगी। फर्स्ट और सेकंड फेज में चलने वाली मेट्रो की रफ्तार 0.82 मीटर प्रति सेकंड स्क्वायर है और फरीदाबाद के साथ थर्ड फेज में चलने वाली मेट्रो की रफ्तार 1.2 मीटर प्रति सेकंड स्क्वायर होगी। फरीदाबाद मेट्रो के निर्माण के दौरान स्टेंडर्ड गेज का इस्तेमाल किया जाएगा। स्टेंडर्ड गेज में केवल 6 कोच वाली मेट्रो चलाई जा सकती है और यहां बनने वाले स्टेशनों पर 6 कोच के हिसाब से ही प्लेटफार्म तैयार किया जा रहे हैं। ऐसे में अधिक सवारियां हो जाने से दिक्कत न हो इसके लिए मेट्रो की रफ्तार तेज की गई है। मेट्रो की रफ्तार तेज होने से इसकी फ्रीक्वेंसी बढ जाएगी और लोगों को कम समय में स्टेशन पर मेट्रो मिल सकेगी।
उद्योग नगरी में 15 मीटर की ऊंचाई पर दौड़ेगी मेट्रो
इमरान खान त्न फरीदाबाद
शहरवासियों को एनसीआर में सबसे ऊंची मेट्रो की सवारी करने का मौका मिलेगा। डीएमआरसी ने सिक्स लेन हाइवे और ट्रैफिक की समस्या सुलझाने के लिए इसकी लंबाई में फेरबदल किया है। नई योजना के तहत फरीदाबाद मेट्रो 15 मीटर ऊंचे बने ट्रैक पर दौड़ लगाएंगी।हालांकि राजा गार्डन और कड़कडड़ूमा में कुछ स्थान पर जरूर मेट्रो की ऊंचाई इससे ज्यादा है।
गौरतलब है कि एनएचएआई ने हाल ही में बार्डर-सराय पर पिलर बनाए जाने के लिए जगह चिंहित की थी। एनएचएआई अधिकारियों ने सिक्सलेन बनने में रुकावट और दूरी को लेकर आपत्ति जताई थी। इस पर डीएमआरसी अधिकारियों ने कहा था कि उनकी सौंपी डीपीआर के अनुसार ही कार्य किया जा रहा है। वह इस विवाद को सुलझाने का प्रयास करेंगे। सूत्रों के अनुसार एनएचएआई से इस विषय को लेकर बात चल रही है, लेकिन डीएमआरसी ने फरीदाबाद मेट्रो की ऊंचाई में फेरबदल किया है। जिसके तहत ऊंचाई औसतन 15 मीटर रखी जाएगी और दो पिलर के बीच की दूरी भी 25 मीटर से अधिक होगी। सूत्रों का कहना है कि इससे सिक्स लेन के कार्य या फ्लाईओवर के निर्माण पर ट्रैफिक में बाधा नहीं आएगी, बल्कि नेशनल हाइवे सिक्स लेन बनने के बाद उससे भी ज्यादा चौड़ी सड़कें वाहनों को मिल सकेगी।
उल्लेखनीय है कि बदरपुर से फरीदाबाद के वाईएमसीए चौक बल्लभगढ़ तक 13.875 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन की योजना है। जिसकी डेडलाइन अब 2016 है। तकरीबन 2200 करोड़ रुपए को नेशनल हाइवे को सिक्सलेन करने का प्रोजेक्ट है। जिसके तहत फरीदाबाद बॉर्डर से आगरा तक 25 फ्लाईओवर, 61अंडर पास, 32 व्हीकुलर्स एवं गांवों को जोडऩे के लिए 76 जंक्शन बनाए जाने हैं। दिल्ली रोड ट्रैफिक इंस्टीट्यूट के सर्वे के अनुसार फरीदाबाद से पीक ऑवर के सात घंटों में 2.70 लाख लोग अवागमन करते हैं। वहीं नेशनल हाइवे से दो लाख वाहन रोज बाहरी प्रदेशों के गुजरते हैं।
ऐसे रखे जाएंगे गार्डर: दो पिलर के बीच 25 मीटर से अधिक के गार्डर लगाए जाएंगे। इसे लगाने के लिए लांचर मशीन की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसे बीओटी तर्ज पर इन पिलर पर रख दिया जाएगा। इस तकनीक से लगे गार्डर अधिक होंगे।
मेट्रो निर्माण की तैयारियां ने पकड़ी रफ्तार
Mar 16, 2012, 09.00AM IST
एनबीटी न्यूज॥ फरीदाबाद : बदरपुर बार्डर से वाईएमसीए तक प्रस्तावित मेट्रो का काम शुरू करने को लेकर डीएमआरसी ने तैयारियां तेज कर दी हैं। सेक्टर -12 में दो साइटों पर कास्टिंग यार्ड बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है। वहीं , नैशनल हाइवे के साथ कॉरीडोर साइटों पर भी कंस्ट्रक्शन संबंधित सामग्री एकत्र की जा रही है।
फरीदाबाद मेट्रो को लेकर एनएचएआई और डीएमआरसी के बीच चल रहा मामला अभी शांत नहीं हुआ है , लेकिन डीएमआरसी ने कॉरीडोर का निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारियां तेज कर दी है। पिछले दिनों डीएमआरसी ने सेक्टर -12 की दो साइटों पर कंस्ट्रक्शन संबंधित सामग्री एकत्र करने के साथ ही वहां पर कास्टिंग यार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। अब डीएमआरसी नैशनल हाइवे के साथ निर्माण साइटों पर भी सामान जुटाने लगा है। मेट्रो कंस्ट्रक्शन संबंधित सामान रखने के लिए हूडा ने डीएमआरसी को सेक्टर 27 सी , 27 बी , 31, 27 ए , सेक्टर 20 ए , 20 बी में साइटें दी हैं। डीएमआरसी के प्रवक्ता हिमांशु ने बताया कि कॉरीडोर के निर्माण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि सेक्टर -20 ए और सेक्टर -12 में तेजी से काम किया जा रहा है। मेट्रो के पिलर लगाने के लिए फिलहाल बड़खल चौक और ओल्ड फरीदाबाद चौक के बीच में मिट्टी के सैंपल लेने का काम किया जा रहा है।
विवादित मुद्दों पर नहीं बन रही डीएमआरसी व एनएचएआइ में सहमति
Mar 18, 08:25 pm
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन निगम के बीच पनपे विवाद पर फिलहाल सहमति नहीं बन पा रही है। एनएचएआइ ने डीएमआरसी को तकरार वाले इशारे में साफ संकेत दे दिए गए हैं कि जब तक वे उनकी मांगे नहीं मान लेते तब तक निर्माण कार्य की अनुमति नहीं दी जाएगी।
शनिवार को डीएमआरसी के कुछ अधिकारियों ने एनएचएआइ अधिकारियों से मिले और उनसे मेट्रो निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने के संबंध में बात की, लेकिन एनएचएआइ द्वारा फिर से वही बात दोहराई गई है कि जब तक मुद्दे सुलझ नहीं जाते तक उनके अधिकृत क्षेत्र में निमार्ण कार्य की इजाजत नहीं दी जाएगी।
डीएमआरसी व एनएचएआइ के विवाद को लेकर की जा रही बैठकें पिछले दो माह से बार-बार बेनतीजा के ही खत्म हो रही हैं। अब ऐसा लगने लगा है कि दोनों के बीच पनपे विवाद के सुलझे के आसान जल्द नहीं दिखाई दे रहे हैं। दोनों के बीच गहराते विवाद से अब हुडा प्रशासन ने भी अपने हाथ खींच लिए हैं।
उल्लेखनीय है कि विवाद को सुलझाने के लिए हुडा ने पिछली 27 फरवरी को बैठक बुलाई थी, जिसका एनएचएआइ ने वॉक आउट किया था, इसके बाद एक मार्च को बैठक आयोजित की जानी थी जो भी रद कर दी गई।
विवाद की जड़
एनएचएआइ का कहना है कि डीएमआरसी अपने प्रोजेक्ट का काम राज्य मार्ग से 32 मीटर दूर से करे, लेकिन डीएमआरसी इसी बीच में कार्य करना चाह रही है। डीएमआरसी प्राजेक्ट अधिकारी चरन सिंह ने बताया कि फरीदाबाद मेट्रो परियोजना का नक्शा कई माह पहले ही तैयार किया जा चुका है। नक्शे द्वारा ही निर्माण कार्य किया जा रहा है।
डीएमआरसी प्रवक्ता अनुज दयाल के मुताबिक फरीदाबाद विस्तार खंड को लेकर आ रही बाधाएं को दूर करने के लिए एनएचएआइ से लगातार बातचीत जारी है। उम्मीद है कि जल्द ही मसला सुलझ जाएगा।
सेक्टर-5 में होगा कमाई का अड्डा
Mar 20, 2012, 09.00AM IST
डीएमआरसी फरीदाबाद मंे मेट्रो संचालन के साथ-साथ कमर्शल गतिविधियां भी करेगी। इसके लिए डीएमआरसी ने हूडा से 4 हेक्टेयर (10 एकड़) जमीन मांगी है। हूडा पहले डीएमआरसी को सेक्टर-20 बी की साइट पर 10 एकड़ जमीन देने वाला था, लेकिन अब सेक्टर-5 में जमीन देने की योजना बनाई है। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की तरफ से साइट का प्रपोजल तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया है। मंजूरी मिलते ही जमीन डीएमआरसी को सौंप दी जाएगी।
फरीदाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत डीएमआरसी को फरीदाबाद में जमीन उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी हूडा की है। हूडा डीएमआरसी को लीज पर जमीन उपलब्ध कराएगा। कुछ साइटें तो डीएमआरसी को स्थाई रूप से दे दी जाएंगी, इसके अलावा कुछ कंस्ट्रक्शन साइटें डीएमआरसी को 4 साल के लिए दी जाएंगी। कमर्शल गतिविधियां करने के लिए डीएमआरसी ने हूडा से 10 एकड़ जमीन की मांग की है। हूडा ने डीएमआरसी को कास्टिंग यार्ड बनाने के लिए सेक्टर-12 में जमीन दी है। डीएमआरसी के अधिकारी चाहते थे कि इस साइट को ही कमर्शल यूज के लिए उन्हें दे दिया जाए, लेकिन फाइनैंशल कमिश्नर ने सेक्टर-12 की साइट को डीएमआरसी को देने के लिए मना कर दिया, क्योंकि सेक्टर-12 हूडा का कमर्शल सेक्टर है और यहां की जमीन के रेट काफी ज्यादा हैं। इसके बाद हूडा ने सेक्टर-20 बी की एक साइट को डीएमआरसी को देने की योजना बनाई, लेकिन उस साइट पर जमीन उपलब्ध नहीं हो पाई। अब हूडा ने सेक्टर-5 की एक 10 एकड़ साइट का प्रपोजल तैयार कर मंजूरी के लिए भेजा है। यह साइट वाईएमसीए मेट्रो स्टेशन के नजदीक पड़ेगी। डीटीपी संजीव मान का कहना है कि हम लोगों ने सेक्टर-5 में 4 हेक्टेयर की एक साइट का प्रपोजल तैयार कर उच्च अधिकारियों के पास मंजूरी के लिए भेजा दिया है। मंजूरी मिलते ही साइट डीएमआरसी को हैंडओवर कर दी जाएगी।
जली निगम को जमीन देने को हुडा राजी
Mar 21, 01:16 am
फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता : दिल्ली मेट्रो को विद्युत सप्लाई के लिए हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम को जमीन देने के लिए हुडा प्रशासन राजी हो गया है। मेट्रो को बिजली सप्लाई के लिए बनाए जाने वाले सब-स्टेशन के लिए जमीन दी जाएगी।
मंगलवार को जागरण के साथ बातचीत में हुडा प्रशासक अमनीत पी. कुमार ने साफ किया कि जितनी जमीन की सब स्टेशन के लिए जरूरत होगी, उतनी डीएचबीवीएन को मुहैया करा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम ने एक माह पहले 15 एकड़ जमीन के लिए प्रपोजल भेजा था, जिसे उन्होंने रिजेक्ट कर दिया था।
हुडा प्रशासक ने बताया कि 15 एकड़ जमीन की जरूरत मेट्रो के लिए बनाए जाने वाले सब-स्टेशन के लिए नहीं है, बल्कि बिजली निगम अपनी अन्य जरूरतों के लिए अधिक जमीन मांग रहा था। यही कारण है कि उनका प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया गया। मंगलवार को हुडा प्रशासक ने अपने कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा भी की।
हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के ट्रांसमिशन एसई एमसी त्यागी ने बताया कि मेट्रो को बिजली सप्लाई के लिए 220 केवी सब-स्टेशन को बनाए जाने का प्रस्ताव है। उसमें 30 करोड़ रुपये के आसपास लागत आएगी। उन्होंने बताया कि इस संयंत्र के लिए आठ से दस एकड़ भूमि की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा कि 30 मार्च को बिजली निगम के एमडी और हुडा प्रशासक के बीच बैठक प्रस्तावित है, जिसमें अंतिम फैसला हो जाएगा।
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मेट्रो की छह जगहों पर होगी व्यावसायिक गतिविधियां : भविष्य में फरीदाबाद मेट्रो हुडा प्रशासनके लिए कमाई का जरिया भी बनेगी। हुडा की ओर से छह ऐसी जगहों का चुनाव किया गया है, जहां व्यावसायिक गतिविधियां संचालित हो सकेंगी। उसके लिए हुडा प्रशासक की ओर से डीएमआरसी को दस एकड़ भूमि देने के लिए एक पत्र भेजा है। हालाकि इन जगहों का प्रयोग खुद हुडा नहीं करेगा, बल्कि डीएमआरसी करेगी। डीएमआरसी इन जगहों को टेंडर के जरिये व्यवसाय के लिए देगी और उनसे किराया वसूल कर हुडा को देगी।
प्रस्तावित ओल्ड फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन के पास एक कॉफी हाउस बनेगा। इस मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही सबसे ज्यादा रहेगी। नजदीक ही ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन है। सेक्टर 20बी में भी व्यावसायिक गतिविधियों के लिए हरी झंडी दे दी गई है। चार अन्य जगहों को चिन्हित किया जा रहा है। डीएमआरसी प्रवक्ता अनुज दयाल ने बताया कि फरीदाबाद मेट्रो परियोजना के क्षेत्रों में व्यावसायिक गतिविधियों के संबंध में हुडा प्रशासक की ओर से सूचना प्राप्त हुई है, लेकिन अभी तक साइट प्रपोजल के बावत कोई पत्र नहीं प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि स्टेशनों के आसपास व्यावसायिक गतिविधियों से हुडा के अलावा डीएमआरसी प्रशासन को भी फायदा होगा। हुडा प्रशासक अमनीत पी. कुमार ने बताया कि कमर्शियल गतिविधियों के लिए प्रपोजल तैयार किया जा चुका है, जिसे डीएमआरसी प्रशासन को भेजा जा रहा है।
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