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मास्टर रोड का रोड़ा जल्द हटने की उम्मीद
8 Dec 2011, 0400 hrs IST
फरीदाबाद।। मास्टर रोड के बजट पर पिछले दिनों पीडब्ल्यूडी बीएंडआर ने आपत्ति जताई थी। पीएब्ल्यूडी के अनुसार मास्टर रोड के लिए हूडा ने जो बजट तैयार किया है वह काफी ज्यादा है। इसके लिए पिछले दिनों एक मीटिंग भी की गई थी, जिसमें हूडा और पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के अधिकारी उपस्थित थे। हूडा अधिकारियों का कहना है कि मीटिंग में हमने अपना पक्ष रख दिया है और उम्मीद है कि जल्द ही मामला सुलझ जाएगा।
नहर पार डिवेलप होने वाले 15 सेक्टरों को जोड़ने के लिए मास्टर रोड का निर्माण किया जा रहा है। 52 किलोमीटर लंबे इस मास्टर रोड के लिए 1029 एकड़ जमीन एक्वॉयर की गई है, जिसमें से हूडा ने लगभग 31 एकड़ जमीन पर कब्जा ले लिया है। जिस जमीन पर हूडा ने कब्जा ले लिया है। उस पर मास्टर रोड का निर्माण करने के लिए हूडा ने 392 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है, जिसे मंजूरी के लिए उच्च अधिकारियों के पास भेजा गया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी बीएंडआर ने इस बजट पर कई सवालिया निशान लगाए हैं।
उनका कहना है कि मास्टर रोड के लिए यह बजट अधिक है। कम से कम 40 से 50 करोड़ रुपये अधिक बजट हूडा द्वारा तैयार किया गया है। कुछ साल पहले फाइनेंशल कमिश्नर के. के. जलान ने आदेश दिए थे कि 4 करोड़ रुपये से अधिक के बजट को पास कराने के लिए बीएंडआर की मंजूरी लेनी जरूरी होती है। अधिकारियों के अनुसार मास्टर रोड के बजट को नैशनल हाइवे ऑफ रेट्स के आधार पर तैयार किया है, लेकिन जबकि बीएंडआर विभाग के अधिकारी इस बजट को हरियाणा शेड्यूल ऑफ रेट्स के आधार पर तैयार करने की बात कह रहे हैं, जिससे रेट में काफी अंतर आ रहा है। हरियाणा शेड्यूल ऑफ रेट्स में दो साल से प्राइस रिवाइस नहीं हुए हैं, इसलिए लेबर, मिस्त्री, डस्ट, तारकोल, पत्थर, स्टील, लोहा और सीमेंट के दाम भी 2009 के हिसाब से दर्शाए गए हैं। इसलिए बीएंडआर विभाग के अधिकारी इस बजट को सही नहीं मान रहे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
हूडा एसई टीडी चोपड़ा का कहना है कि पिछलेे दिनों हुई मीटिंग में हमने बीएंडआर के अधिकारियों के सामने अपना पक्ष रख दिया है, इसलिए इस मामले में उनकी तरफ से कोई आपत्ति नहीं रह जाती। उन्होंने बताया कि जल्द ही हमें क्लियरेंस मिल जाएगा और मास्टर रोड का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
शुरू हुई मास्टर रोड के लिए कब्जे की प्रक्रिया
3 Jan 2012, 0400 hrs IST
एनबीटी न्यूज॥ ग्रेटर फरीदाबाद
लंबे समय बाद हूडा को ग्रेटर फरीदाबाद में मास्टर रोड के लिए कब्जा मिलना शुरू हो गया है। अभी तक हूडा 12 किलोमीटर लंबी रोड के लिए कब्जा लेने की प्रक्रिया पूरी कर चुका है।
ग्रेटर फरीदाबाद में डिवेलप हो रहे 15 सेक्टरों और प्राइवेट बिल्डरों की ओर से डिवेलप की जाने वाली हाउसिंग सोसायटियों को जोड़ने के लिए 52 किलोमीटर लंबी मास्टर रोड बनाई जानी है। इसके लिए हूडा ने 19 गांवों की 1029 एकड़ जमीन एक्वायर करनी है। सही मुआवजा न मिलने , गलत तरीके से जमीन एक्वायर करने और अधिग्रहण से संबंधित कई समस्याओं के चलते अभी तक किसानों का विरोध चल रहा था , जिसके चलते हूडा कब्जा नहीं ले पा रहा था। मास्टर रोड के लिए जिस जमीन पर हूडा ने निशानदेही का काम पूरा कर लिया था , उस जमीन पर भी किसानों ने अपनी फसल की बिजाई की हुई थी और हूडा को कब्जा नहीं दे रहे थे , लेकिन अब हूडा का रास्ता साफ हो गया है और हूडा ने कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पिछले सप्ताह नहर पार के किसानों और हूडा प्रशासक के बीच मीटिंग हुई थी , जिसमें हूडा प्रशासक ने किसानों को आश्वासन दिया कि किसानों की फसल को बर्बाद नहीं किया जाएगा , केवल उस जमीन पर कब्जा लिया जाएगा जहां से मास्टर रोड निकल रही है। प्रशासक ने यह भी आश्वासन दिया कि किसानों की मांगों को लेकर वो गुड़गांव रेंज के कमिश्नर के सामने रखेंगे। किसानों ने प्रशासक की बात मान ली , जिसके बाद हूडा ने कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी। हूडा प्रशासक अमनीत पी . कुमार ने बताया कि मास्टर रोड की जमीन के दोनों तरफ निशान लगाकर कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अभी तक 12 किलोमीटर लंबी मास्टर रोड की जमीन पर कब्जा लिया गया है।
आईएमटी की चारदीवारी में फंसा मास्टर रोड
Story Update : Sunday, January 15, 2012 12:01 AM
फरीदाबाद। गे्रटर फरीदाबाद के विभिन्न सेक्टरों को आपस में जोड़ने के लिए प्रस्तावित मास्टर रोड में अड़चन पैदा हो गई है। सड़क की गलत प्लानिंग ने बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है। बल्लभगढ़ में बन रहे इंडस्ट्रीयल मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) की हद में मास्टर रोड आने से टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की परेशानी बढ़ गई है।
बल्लभगढ़ में चंदावली गांव की करीब १८०० एकड़ जमीन पर आईएमटी को विकसित किया जा रहा है। हरियाणा राज्य औद्योगिक विकास निगम (एचएसआईडीसी) ने आईएमटी की चारदीवारी बनाने का काम शुरू कर दिया है, लेकिन इसके बाद पता चला है कि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग द्वारा निर्धारित मास्टर रोड का अलाइनमेंट आईएमटी की चारदीवारी के अंदर आ रहा है। दरअसल, प्लानिंग विभाग ने सेक्टर-६८ और सेक्टर-७१ की डिवाइडिंग रोड से सेक्टर-६९ और सेक्टर-७० की डिवाइडिंग रोड को टच करते हुए बाईपास से मास्टर रोड को जोड़ने का प्लान तैयार किया है। उधर, एचएसआईडीसी की प्लानिंग के मुताबिक, बल्लभगढ़ के सेक्टर-६४ और सेक्टर-२ की डिवाइडिंग से आगरा-गुड़गांव कैनाल पर पुल बनाकर सीधे आईएमटी से मास्टर रोड को जोड़ने का प्रावधान है।
मास्टर रोड के निर्माण की प्रक्रिया अब शुरू होने वाली है। राज्य सरकार से बजट को मंजूरी मिलने के बाद मास्टर रोड की निविदा प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया गया है। अब रोड की गलत प्लानिंग को लेकर फंसा पेंच इस योजना में बड़ी बाधा डाल सकता है। एचएसआईडीसी प्लानिंग विभाग द्वारा तय रोड के अलाइनमेंट को मंजूरी नहीं देता तो मास्टर रोड को लेकर दोबारा मशक्कत करनी पड़ेगी। बहरहाल, दोनों विभागों ने इस बड़ी समस्या से निपटने के लिए माथापच्ची शुरू कर दी है।
सरकार तक पहुंचा मामला
एक तरफ आईएमटी को विकसित करने की प्रक्रिया जोरों से चल रही है, दूसरी तरफ मास्टर रोड के निर्माण को जल्दी शुरू करने के लिए हुडा पर दबाव है। ऐसे में इस विवाद को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया गया है। प्लानिंग विभाग के अधिकारियों ने तर्क दिया है कि मास्टर रोड आईएमटी की चारदीवारी में आता है तो इसका वजूद खत्म हो जाएगा। इसलिए सड़क को चारदीवारी से बाहर रखा जाए।
BlessU wrote:Hi
Greetings
Absolutely right. ddamitav
The administration in Faridabad have only offered lollipops to suck everytime..and "netas" of Faridabad have no voice.. its very pertinent that in view of elections the CM will make dozens of announcements which may not see the light of day once again.
Recently I read that CM has shortlisted 400 unauthorised colonies for reqularisation. This survey was made through satellite mapping to find which areas are populated. This might be for development (when it happens and will take time, who knows? ) but certainly get votes in the elections.
I wish if somebody
1] can file RTIs to find how many licences for developing residential colonies Hooda Govt has cleared and how many are still pending for Occupancy certificates? This will open up pandoras box to highlight the fact that this govt is only after money to make Landlords Alias- Kissan Outstees richer by delaying development, and increasing EDC chargeable from Homeseekers.
Why a sudden change of heart towards UNAUTHORISED COLONIES for development whereas LEGAL, LICENSED, AUTHORISED, APPROVED MASTER PLAN builder colonies are allowed not to develop without any action?? These clearly have not been developed at the behest of Builder-Bureaucrat- Politician mafia being run in this state who are there just to suck money in the form of EDC from a common man to fill the pockets of Rich Landlords. Let this be followed by a PIL.
2] RTI How are rogue builders like DD motors, BPTP, Triveni and Pal got multiple extentions of licences through DTCP and HUDA without proper approvals & audit, and non-development as per licensing conditions??
Hope this stirs the hornets nest and someone amongst us has the guts to file relevant RTIs and take to lokayukt, corrupt huda and dtcp officials (Present and Past) who have overlooked facts and have derelicted their duties.
Cheers
किसानों का एलान: पहले दो मुआवजा फिर निर्माण
हुडा में फिलहाल मास्टर रोड का निर्माण करने वाली कंपनियों के टेंडर आमंत्रित किए गए हैं लेकिन किसानों की जमीन का नहीं बढ़ाया है मुआवजा
नहरपार डेवलप हो रहे सेक्टर्स के लिए प्रस्तावित मास्टर रोड के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही मुश्किल खड़ी हो गई है।किसानों ने एलान किया है कि जब तक उनको बढ़ा हुआ नहीं मिल जाता वे निर्माण कार्य शुरू नहीं होने देंगे। नहरपार चल रहे विकास कार्य को भी रोक दिया जाएगा। क्या कहना है किसानों का
नहरपार ग्रेटर फरीदाबाद किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ, रण सिंह, कंवर भान, इंद्राज, रामपाल, प्रदीप, कंवर जयप्रकाश, गोरखी, नंदन कौशिक, धर्मेंद्र, नरेंद्र शर्मा का कहना है कि मास्टर रोड बनाने के लिए हुडा द्वारा कार्रवाई शुरू की जा चुकी है। रोड के निर्माण के लिए कई कंपनियों से टेंडर मांगे गए हैं लेकिन उनको अभी तक बढ़ा हुआ मुआवजा नहीं मिला है। मास्टर रोड के निर्माण के लिए हुडा करोड़ों रुपए खर्च करने के लिए तैयार है लेकिन किसानों का मुआवजा नहीं दे रहा।नहरपार के किसानों की बेशकीमती जमीन सरकार ने जबरदस्ती मात्र 16 लाख रुपए प्रति एकड़ में अधिग्रहित कर ली थी।उन्होंने कहा कि किसानों का बढ़ा हुआ मुआवजा दिया जाए।गांवों का लाल डोरा भी बढ़ाया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे निजी बिल्डरों व हुडा अधिकारियों द्वारा किए जा रहे विकास का पहिया रोक देंगे और बनाई हुई सड़कों को खुर्दबुर्द कर देंगे। हुडा प्रशासक अमनीत पी कुमार का कहना है कि मुआवजा बढ़ाने का काम सरकार का है। वे इस बारे में अपने उच्च अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं।
मास्टर रोड के लिए पहला टेंडर आज
14 Feb 2012, 0400 hrs IST
एनबीटी न्यूज ॥ फरीदाबाद : ग्रेटर फरीदाबाद में मास्टर रोड के निर्माण के लिए हूडा ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू की हुई है। मास्टर रोड का पहला टेंडर आज जारी हो जाएगा। उसके 3 महीने के अंदर कंपनी को अपना डिजाइन हूडा में जमा कराना होगा, जिसके बाद रोड का निर्माणकार्य शुरू होगा। मास्टर रोड के निर्माण में 5 कंस्ट्रक्शन कंपनियों ने रुचि दिखाई है। उन्होंने बताया कि मास्टर रोड के लिए पहला टेंडर मंगलवार 14 फरवरी को जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने अप्रैल में मास्टर रोड का निर्माणकार्य शुरू होने की उम्मीद जताई।
फिर बढ़ी मास्टर रोड के टेंडर की डेट
15 Feb 2012, 0400 hrs IST
एनबीटी न्यूज ।। फरीदाबाद
मास्टर रोड के निर्माण के लिए जारी किए जाने वाले पहले टेंडर की डेट एक बार फिर टल गई है। अब मास्टर रोड के लिए 16 या 17 फरवरी को टेंडर जारी किया जाएगा और निर्माण करने वाली कंपनी का चयन किया जाएगा। इससे पहले हूडा ने मास्टर रोड के टेंडर जारी करने के लिए 8 फरवरी डेट रखी थी , जो बढ़कर 14 फरवरी और अब एक बार फिर डेट बढ़ा दी गई है।
गे्रटर फरीदाबाद के 15 सेक्टरों को जोड़ने के लिए 52 किलोमीटर लंबा मास्टर रोड तैयार किया जाना है। लेकिन अभी तक हूडा को पूरी जमीन पर कब्जा नहीं मिल पाया है , जिसके चलते हूडा ने 31 किलोमीटर लंबे मास्टर रोड के लिए 398 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है। 398 करोड़ रुपये में से पहले चरण में हूडा 225.98 करोड़ रुपये से रोड का निर्माण कराएगा। जिस कंपनी को मास्टर रोड का टेंडर दिया जाएगा उसे 5 साल तक रोड को मेंटेन करना है , हूडा ने उसके लिए लगभग 45 करोड़ रुपये का बजट रखा है। 225.98 करोड़ रुपये में 31 किलोमीटर रोड का निर्माण करने के बाद कुछ छोटी सड़कें बच जाएंगी , बाकी बचा हुआ पैसा उन सड़के के निर्माण में खर्च किया जाएगा।
हूडा ने पहले चरण में 225.98 करोड़ रुपये के लिए जनवरी में टेंडर आमंत्रित किए थे। जिसके लिए 5 कंस्ट्रक्शन कंपनियों ने आवेदन किए थे। हूडा मंगलवार को कंपनी का चयन कर टेंडर जारी करने वाला था , लेकिन कुछ कारणों के चलते टेंडर की डेट जारी करने की डेट आगे बढ़ा दी गई है। हूडा ईएक्सईएन ए . के . माकन ने बताया कि मास्टर रोड के लिए पहले टेंडर की डेट आगे बढ़ा दी गई है। अब 16 या 17 फरवरी को कंपनी का चयन कर टेंडर जारी किया जाएगा।
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