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Greater connectivity created 14000 news jobs in Faridabad

Postby dheerajjain » Sat Aug 11, 2012 9:36 pm

There is direct relation between connectivity of city to other areas and growth. With opening of Badarpur flyover, 14000 new jobs are created. Similarly, if Faridabad gets connected to NOIDA and Greater NOIDA, then there will be even many more jobs created. Govt. of Haryana should realize this and take steps in this regard.

Source: Dainik Bhaskar
Date: Aug 11, 2012
Editor: Praveen Kaushik

http://www.bhaskar.com/article/HAR-OTH- ... tml?HF-23=

कनेक्टिविटी से खुली तरक्की की राह, दो साल में आए 14 हजार नए रोजगार
प्रवीन कौशिक | Aug 11, 2012, 01:47AM IST
आर्टिकल 
फरीदाबाद. बेहतर कनेक्टिविटी का किसी भी शहर की दिशा व दशा बदलने में क्या योगदान है। इसका उदाहरण अपने शहर में दिखा।बदरपुर फ्लाईओवर के बन जाने के बाद लाखों वाहनों को घंटों लगने वाले जाम से छुटकारा तो मिला ही, 14 हजार से अधिक हाथों को काम भी मिला।

वर्ष 2010-11 में 900 नए उद्योगों का पंजीकरण किया गया है। इतना ही नहीं प्रॉपर्टी के दामों में भी रिकार्ड उछाल आया है। अभी भविष्य की कई ऐसी परियोजनाएं हैं जिनसे शहर के विकास को चार चांद लग जाएंगे और प्रॉपर्टी में बूम आ जाएगा।नहरपार विकसित हो रहे ग्रेटर फरीदाबाद को भी काफी राहत मिलेगी।

बढ़ रहा सरकारी खजाना

प्रॉपर्टी के दाम बढ़ने से सीधा लाभ सरकारी खजाने को मिलता है।नियमानुसार गांव में यदि महिला के नाम से कोई भी रजिस्ट्री होती है तो उस पर तीन प्रतिशत स्टांप ड्यूटी लगती है और यदि किसी पुरुष के नाम होती है तो उस पर पांच प्रतिशत स्टांप ड्यूटी लगती है। इसके अलावा शहर के क्षेत्र व एमसीएफ के क्षेत्र में महिला के नाम से की गई रजिस्ट्री में पांच प्रतिशत व पुरुष के नाम से सात प्रतिशत स्टांप ड्यूटी लगती है। जमीनों के रेट बढ़ने के साथ ही स्टांप ड्यूटी भी बढ़ी है।

हुडा के करोड़ों दांव पर

शहर में हुडा की फाइव स्टार होटल, थ्री स्टार होटल से लेकर अन्य चार हजार से अधिक कॉमर्शियल साइटें पेंडिंग हैं। इससे न केवल हुडा के खजाने में 300 से 400 करोड़ रुपए नहीं आ पाए बल्कि शहर का विकास ही थम गया। कनेक्टिविटी और अधिक बेहतर हो जाने के बाद हुडा की ये साइटें बिकने की संभावना और प्रबल हो जाएंगी।

ये हैं भविष्य को चमकाने वाली उम्मीदें

मेट्रो : बदरपुर बॉर्डर से बल्लभगढ़ तक मेट्रो आने के बाद सड़क पर वाहनों की भीड़ कम हो जाएगी। जिले में मेट्रो 14 किलोमीटर से अधिक का सफर तय करेगी।इसके लिए फिलहाल 9 स्टेशन बनाए जाएंगे। मेट्रो से दिल्ली दूर नहीं रहेगी। इस योजना को 2014 तक पूरा होने की उम्मीद है।

एनएच-सिक्स लेन : नेशनल हाइवे सिक्स लेन की प्रक्रिया भी तेज चल रही है।इसके तहत आने वाली जमीन का भी अधिग्रहण कर लिया गया है। सिक्स लेन होने पर हर चौराहे पर पुल बना दिए जाएंगे।यह योजना विकास को एक नया आयाम देगी।

यमुना पर पुल : ग्रेटर फरीदाबाद को ग्रेटर नोएडा से जोड़ने के लिए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग यमुना नदी पर दो पुल बनाने की योजना तैयार कर चुका है। अगर इस योजना को हरी झंडी मिल जाती है, तो नोएडा की दूरी कुछ ही मिनटों की रह जाएगी। इससे नहरपार ग्रेटर फरीदाबाद का एरिया और अधिक डेवलप हो जाएगा।

बाइपास सिक्सलेन : बदरपुर बॉर्डर से लेकर सेक्टर-59 तक बनाई जा रही बाइपास सिक्स लेन का थोड़ा हिस्सा निर्माणाधीन है। संभावना है कि इस साल के अंत तक इस योजना को पूरा कर लिया जाएगा। इस रोड से वाहन बाइपास होकर दिल्ली में बगैर जाम के प्रवेश कर सकते हैं।

बाइपास सिक्स लेन इस साल ही पूरी हो जाएगी। यमुना नदी पर पुल बनाने की योजना तैयार है। इसमें ग्रेटर नोएडा के अधिकारियों से बात करना बाकी है। नहरपार डेवलपमेंट का काम तेज गति से चल रहा है।

एनके सोलंकी, हुडा प्रशासक।

किसी भी शहर को बेहतर कनेक्टिविटी का बेसब्री से इंतजार रहता है। यदि शहर में कनेक्टिविटी है, तो वहां प्रॉपर्टी के दाम आसमान छू सकते हैं। इसलिए बदरपुर बॉर्डर फ्लाईओवर बन जाने के बाद काफी बदलाव आया है। अभी और विकसित योजनाओं पर काम चल रहा है। उनसे भी काफी उम्मीदें हैं।
बलजीत सिंह, प्रधान, फरीदाबाद वेलफेयर एसोसिएशन

उद्योगों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी बहुत जरूरी होती है। एक विकसित योजना कई उद्योगों को जन्म देती है। इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलता है। इसलिए शहर में पेंडिंग योजनाओं पर जल्द काम पूरा होना चाहिए।
रमणीक प्रभाकर, प्रधान मैन्यूफैक्चर एसोसिएशन फरीदाबाद


कनेक्टिविटी से पहले और बाद प्रॉपटी के रेट


स्थान कनेक्टीविटी से पहले रेट वर्तमान रेट (प्रति वर्ग गज)
सेक्टर-12 34 हजार 40 हजार
सेक्टर-14आर 17 हजार 32 हजार
सेक्टर-15 18 हजार 32 हजार
इरोज,चार्मवुड कॉलोनी 16 हजार 25 हजार
ग्रीनफील्ड कॉलोनी 14 हजार 20 हजार
दुर्गा बिल्डर कॉलोनी 7 हजार 12 हजार
इंद्रप्रस्थ कॉलोनी 9 हजार 15 हजार
स्प्रिंगफील्ड कॉलोनी 9 हजार 15 हजार
स्थान कनेक्टीविटी से पहले रेट वर्तमान रेट (प्रति वर्ग गज)
कांत एनक्लेव 14 हजार 20 हजार
अशोका एनक्लेव 13 हजार 20 हजार
सेक्टर-49 सैनिक कॉलोनी 9 हजार 18 हजार
एनआईटी इंडस्ट्रियल एरिया 10 हजार 12 हजार
न्यू बसेलवा कॉलोनी 6 हजार 8 हजार
कॉमर्शियल में 9 हजार 13 हजार
डबुआ कॉलोनी 6 हजार 8 हजार
ओल्ड फरीदाबाद 11 हजार 14 हजार
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