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shivsidh wrote:Here is some official update about the sector roads, sewage, water and electrification for sector 75-89.
http://www.huda.gov.in/Development%20Wo ... ojects.pdf
जमीन अधिग्रहण मामले में किसानों की गवाही शुरू
Story Update : Saturday, September 08, 2012 12:01 AM
फरीदाबाद। नहर पार जमीन अधिग्रहण मामले पर अदालत में किसानों की गवाही शुरू हो गई है। किसानों ने उचित मुआवजा राशि न मिलने पर याचिका लगाई थी। किसानों की ओर से कोर्ट में प्रति एकड़ पर कम से कम दो से ढाई करोड़ रुपये की रजिस्ट्री लगाकर सिद्ध किया जा रहा है कि सरकार उन्हें मौजूदा बाजार भाव से कितना कम मुआवजा दे रही है।
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-75 से 80 तक की मास्टर रोड के निर्माण के लिए करीब 90 किसानों की लगभग 150 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था। सरकार की ओर से इस जमीन की एवज में 16 लाख प्रति एकड़ का मुआवजा देने की घोषणा की गई, लेकिन किसानों ने इस मुआवजा राशि को लेने से इनकार कर दिया।
नहर पार के कुछ किसान इस मामले पर अदालत चले गए थे, जबकि कुछ किसान सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और जमीन पर हुडा को कब्जा नहीं करने दिया। इसे देखते हुए सरकार ने इस मामले पर करीब चार वर्ष बाद 43.5 लाख रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा देने की घोषणा कर दी। साथ ही किसानों के लिए शर्त भी रख दी कि वह मुआवजा राशि उठा सकते हैं, लेकिन उन्हें सरकार को संतुष्टि का शपथ पत्र देना होगा, लेकिन किसानों ने इस मांग को नकार दिया और मुआवजा उठाने से मना कर दिया। जिन किसानाें ने इस मामले पर कोर्ट में याचिका लगाई थी, उसमें गवाही शुरू हो गई है।
किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ ने बताया कि किसानों की ओर से कोर्ट में प्रति एकड़ पर कम से कम दो से ढाई करोड़ रुपये की रजिस्ट्री लगाकर सिद्ध किया जा रहा है कि सरकार उन्हें मौजूदा बाजार भाव से कितना कम मुआवजा दे रही है।
मास्टर रोड के ऊपर से नहीं जाएंगे तार
Story Update : Monday, September 10, 2012 12:01 AM
फरीदाबाद। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) ने ग्रेटर फरीदाबाद की मास्टर रोड में बाधक बन रहे बिजली की तारों को जल्द शिफ्ट करने की योजना बना ली है। जिसको लेकर करीब 60 लाख रुपये का बजट तैयार किया है।
नहरपार बसने वाले ग्रेटर फरीदाबाद के पहले चरण में 31 किलोमीटर लंबी मास्टर रोड का निर्माण किया जा रहा है। यहां सड़क की लेवलिंग और मिट्टी डालने का काम चल रहा है। लेकिन, कई जगहों पर बिजली के तार व पोल बीच में आने से काम बाधित हो रहा है। रोड के साथ कई जगहों पर बिजली की लाइनें काफी नीची हैं। जहां से आसपास के गांवों की बिजली सप्लाई होती है। इनमें से अधिकतर लाइन 11 केवी की हैं। साथ ही कई जगह सप्लाई देने के लिए ट्रांसफार्मर सड़क पर रखे गए हैं।
ऐसे में इस समस्या को ध्यान में रखते हुए हुडा अधिकारियों ने सभी बिजली तारों को शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है। जिसके लिए हुडा की ओर से 59.20 लाख रुपये का बजट तैयार किया गया है। जिससे तारों व ट्रांसफार्मरों को आसानी से मास्टर रोड से शिफ्ट कराया जा सके।
हुडा के कार्यकारी अभियंता (बिजली) अरुण धनकड़ ने बताया कि मास्टर रोड के रास्ते में बाधक बन रही बिजली की पुरानी तारों व ट्रांसफार्मरों को शिफ्ट करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके ऊपर से कोई भी बिजली की तार नहीं जाएगी। अगर जरूरत पड़ी तो तारों को अंडरग्राउंड भी किया जा सकता है।
sendtomanish wrote:This is media feed by HUDA due to GFWA protest intimation to administartion and hiding their inefficiency in front of CM son who is coming FBD same day
हाईकोर्ट जाने की तैयारी में किसान
Story Update : Friday, October 19, 2012 12:01 AM
फरीदाबाद। मुआवजा राशि को लेकर ग्रेटर फरीदाबाद के किसानों को तगड़ा झटका लगा है। जिला जज के फैसले से अब किसानों को सरकार की ओर से निर्धारित राशि से भी कम मुआवजा मिलेगा।
गौरतलब है कि सरकार की मुआवजा राशि के खिलाफ नहर पार ग्रेटर फरीदाबाद के कुछ किसानों ने जिला कोर्ट की शरण ली थी, जिसमें यह कहा गया था कि सरकार मौजूदा बाजार रेट से कम पर मुआवजा दे रही है। सरकार ने शुरू में 26 लाख रुपये प्रति एकड़ मुआवजा राशि तय की थी। इसके बाद कुछ किसान अदालत चले गए। इसी बीच सरकार ने मुआवजा राशि बढ़ाकर 43 लाख रुपये प्रति एकड़ कर दी। अब 28 सितंबर को स्थानीय अदालत ने जो फैसला सुनाया है, उसमें प्रति वर्ग गज 585 रुपये के हिसाब से मुआवजा राशि तय की गई है। इसके हिसाब से किसानों को प्रति एकड़ पर करीब 28 लाख रुपये की मुआवजा राशि बनती है।
भूमि अर्जन अधिकारी राजेंद्र सिंह गहलोत ने बताया कि अभी उनके पास अदालत के निर्णय की कॉपी नहीं आई है। अब कोर्ट के फैसले के आगे क्या किया जा सकता है, यह उच्चाधिकारी ही बताएंगे।
किसान संघर्घ समिति कार्यकारी अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ ने बताया कि जिला कोर्ट के फैसले को पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में चुनौती दी जाएगी। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।
बढ़ाई गई मास्टर रोड की डेडलाइन
एनबीटी न्यूज ॥ फरीदाबाद
जमीन अधिग्रहण समेत कई और वजहों के चलते हूडा ने मास्टर रोड की डेडलाइन को जून 2014 तक बढ़ा दिया है। पहले यह सितंबर 2013 थी। हूडा ने मार्च 2012 में इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू की थी।
ग्रेटर फरीदाबाद के 15 सेक्टरों को जोड़ने के लिए हूडा को 51 किमी लंबे मास्टर रोड का निर्माण करना है। लेकिन अभी हूडा पूरी जमीन पर कब्जा नहीं ले पाया है, जिसके कारण पहले चरण में केवल 31 किमी लंबे मास्टर रोड का निर्माण होना है। रोड का निर्माण करने के लिए हूडा ने 391 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया था। हूडा ने मार्च 2012 में टेंडर जारी करने के बाद कंपनी को काम पूरा करने के लिए 18 महीने का समय दिया गया था। इसके तहत सितंबर 2013 तक रोड का निर्माण कार्य पूरा कर हूडा को सौंपा जाना था, लेकिन अब मास्टर रोड के निर्माण पूरा होने की डेडलाइन जून 2014 कर दी गई है। हूडा एसई टी. डी. चोपड़ा का कहना है कि कंपनी द्वारा रोड का काम पूरा करने के बाद उस पर और भी कई तरह के काम करने पड़ेंगे। इसलिए रोड की डेडलाइन जून 2014 रखी गई है। फिलहाल मास्टर रोड के लिए मिट्टी डालने और पत्थर डालने का काम चल रहा है।
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