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पीयूष हाइट्स मामला : जांच करने वाले अधिकारियों के खिलाफ वारंट
Matrix News | Aug 06, 2013, 03:32AM IST
आर्टिकल
फरीदाबाद. नहरपार पीयूष बिल्डर ग्रुप ((पीयूष हाइट्स)) के तीन डायरेक्टरों के मामले में कोर्ट ने जांच अधिकारी के खिलाफ जमानती वारंट जारी किए हैं। कोर्ट ने इस मामले जांच अधिकारी द्वारा धोखाधड़ी की कुछ धाराएं हटाने पर इनको तलब किया था। दो बार कोर्ट के नोटिस पर भी जांच अधिकारी उपस्थित नहीं हुए। इसलिए कोर्ट ने इस मामले पर सख्त नाराजगी जाहिर की और जांच अधिकारी को वारंट जारी कर 24 अगस्त 2013 को पेश होने के आदेश दिए हैं।
इतना ही नहीं कोर्ट ने जांच अधिकारी को आदेश दिए हैं कि इस मामले की आगे की जांच कर रिपोर्ट कोर्ट को दी जाए और धाराएं हटाने को लेकर जवाब मांगा है। कोर्ट के कड़े रवैये से जांच अधिकारी के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। अगर जांच अधिकारी 24 अगस्त को भी पेश नहीं हुए तो इनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किए जाएंगे।
तीनों डायरेक्टर हुए गिरफ्तार
पुलिस ने 11 जनवरी 2013 को ग्रुप के डायरेक्टर अनिल गोयल, पुनीत गोयल व अमित गोयल के खिलाफ मामला दर्ज कर 29 जनवरी 2013 को तीनों को गिरफ्तार किया था। इनके द्वारा लगाई गई जमानत याचिका को भी कोर्ट ने खारिज कर दिया। इसके बाद तीनों डायरेक्टर 40 दिन तक जेल में रहे और 8 मार्च 2013 को तीनों को हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिली है।
10 मई 2013 को इस केस की चार्जशीट कोर्ट में दायर की गई। चार्जशीट में जांच अधिकारी खेड़ीपुल पुलिस चौकी इंचार्ज गुलाम मोहम्मद द्वारा कुछ धाराएं हटाने को लेकर तुलींद्र की तरफ से कोर्ट में 8 जुलाई को एक याचिका दायर की गई थी। इनकी याचिका पर ही जेएमआईसी रितु यादव की कोर्ट ने जांच अधिकारी गुलाम मोहम्मद को 22 व व 27 जुलाई को जांच अधिकारी को पेश होने के आदेश दिए लेकिन आईओ दोनों बार कोर्ट में पेश नहीं हुए। इसी बात से नाराज होकर अब कोर्ट ने जांच अधिकारी को जमानती वारंट जारी कर दिए हैं।
दूसरा मामला भी है दर्ज
इसके अलावा सेक्टर-29 में रहने वाले विनोद शर्मा ने इस बिल्डर के खिलाफ सितंबर 2012 में धोखाधड़ी का एक केस दर्ज कराया था। दोनों केस कोर्ट में चल रहे हैं। तुलींद्र का कहना है कि बिल्डर ग्रुप द्वारा उनके सहित अन्य निवेशकों को धमकियां भी दी जाती हैं। इसके अलावा काफी शिकायतें ऐसी हैं, जिनको टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारियों को भी दी जा चुकी हैं। अभी तक डिपार्टमेंट की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
क्या है पूरा मामला : सेक्टर-33 में रहने वाले तुलींद्र कटोच ने एफआईआर नंबर 009 के तहत 11 जनवरी 2013 को दर्ज कराए मामले में बताया है कि उन्होंने 2006 में सेक्टर-89 स्थित पीयूष हाइट्स ग्रुप में एक फ्लैट 19 लाख 72 हजार रुपए में बुक कराया था। तुलींद्र ने बताया कि इस ग्रुप के डायरेक्टर सेक्टर नौ में रहने वाले अनिल गोयल, इनके बेटे पुनीत गोयल व अमित गोयल हैं। ग्रुप के एक हजार से अधिक फ्लैट हैं और 16 टॉवर हैं। आरोप है कि उनके सहित सैकड़ों लोग ऐसे हैं जिनके साथ इस ग्रुप के डायरेक्टरों ने धोखाधड़ी की है।
तुलींद्र के अनुसार फ्लैट बुक कराने के बाद इस ग्रुप के डायरेक्टरों ने उनसे ईडीसी ((बाह्य विकास शुल्क)) के नाम पर अधिक वसूली के नोटिस भेजे जाने शुरू कर दिए। इतना ही नहीं ओपन पार्किंग को भी बिल्डर द्वारा बेचा जाने लगा। इसके अलावा फ्लैट की जगह के अलावा बिल्डर अवैध निर्माण करने लगे। सबसे बड़ी बात तो यह भी कि इस बिल्डर ने कई साल तक अपना लाइसेंस रिन्यू नहीं कराया। उन्होंने ग्रुप के तीनों डायरेक्टरों के खिलाफ भूपानी थाने में अक्टूबर 2012 में शिकायत दी थी। जब तीनों बाप बेटे गिरफ्तार हुए तो इन्होंने अपना लाइसेंस रिन्यू कराया था।
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