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"..The Authority has also approved a proposal to build another expressway from Gautam Buddha Nagar to Faridabad. Once completed, the expressway will offer commuters direct connectivity to Faridabad and they will be able to avoid the massive jams seen on the route. The 75-m wide expressway will start from Sector 150, on the outskirts of Noida. A four-lane bridge will also be built on the Yamuna, taking the expressway to Faridabad. The plan has been included in Noida's Master Plan-2031 by the planning department and the proposal has now been sent to the state government for approval..."
नोएडा एक्सटेंशन की टेंशन से बाधा
Story Update : Sunday, July 10, 2011 12:01 AM
फरीदाबाद। नोएडा एक्सटेंशन में जमीन अधिग्रहण रद्द होने के बाद प्राधिकरण की टेंशन बढ़ गई है। इसका असर नोएडा-फरीदाबाद को जोड़ने की प्रस्तावित योजना पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है। दोनों शहरों की कनेक्टिविटी का मामला अब उत्तर प्रदेश के पाले में जाकर अटक गया है। हालांकि नोएडा प्राधिकरण की तरफ से कनेक्टिविटी का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है, लेकिन अधिग्रहण की फांस बीच में फंसने से योजना ठंडे बस्ते में जाती दिखाई दे रही है।
ईस्टर्न पैरिफेरल एक्सप्रेस-वे से फरीदाबाद और गे्रटर नोएडा को आपस में जोड़ने के लिए एक्सटेंशन देने की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। गे्रटर नोएडा और फरीदाबाद के अधिकारियों के बीच इसको लेकर सहमति भी बन गई है। वहीं, फरीदाबाद से नोएडा को लिंक देने के लिए तैयार की जा रही योजना में पेंच फंसने शुरू हो गए हैं। दरअसल, जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) फरीदाबाद ने नोएडा प्राधिकरण को अपनी तरफ से दो नक्शे सौंप दिए हैं। इन नक्शों के आधार पर नोएडा प्राधिकरण ने दोनों शहरों को आपस में जोड़ने का प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है। बताया जा रहा है प्राधिकरण के इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के पास भेजा जा चुका है। लेकिन इस बीच नोएडा एक्सटेंशन के शाहबेरी गांव की १५६ हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण रद्द होने के बाद अब नोएडा प्राधिकरण आनन-फानन में कोई फैसला लेने से बच रहा है। क्योंकि दोनों शहरों की लिंकिंग के लिए जमीन का अधिग्रहण करना होगा। फरीदाबाद के डीटीपी संजीव मान ने बताया कि हमने अपनी तरफ से नक्शे भेज दिए हैं। मामला उत्तर प्रदेश के पाले में हैं। हालांकि शहरों के विकास से जुड़ा मामला होने के कारण कोई परेशानी आड़े नहीं आएगी, लेकिन फैसला नोएडा प्राधिकरण को ही लेना है।
ग्रेटर फरीदाबाद का होगा विकास
औद्योगिक लिहाज से तो एनसीआर के इन दोनों ही शहरों का आपस में जुड़ना महत्वपूर्ण माना ही जा रहा है। क्योंकि नोएडा से फरीदाबाद के जुड़ते ही गुड़गांव और नोएडा के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी। वहीं, नोएडा से कनेक्टिविटी जुड़ते ही गे्रटर फरीदाबाद को इसका सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा।
कहां से केनेक्टिविटी की संभावना
फरीदाबाद-नोएडा के बीच यमुना होने के कारण चंद मिनटों का सफर घंटे-डेढ़ घंटे में बदल जाता है। फरीदाबाद के ददसिया गांव या फिर दलेलपुर से यमुना पर पुल का निर्माण होने के बाद तीन से चार किलोमीटर की दूरी तय कर नोएडा पहुंचा जा सकेगा। फरीदाबाद से जोड़ा जाने वाला रास्ता नोएडा के भंगेल या फिर फेस टू के नजदीक जाकर उतरेगा।
नोएडा-फरीदाबाद कनेक्टिविटी को हरी झंडी
Story Update : Tuesday, July 26, 2011 12:01 AM
फरीदाबाद। नोएडा-ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद की दूरी को समेटने के तैयार की गई महत्वाकांक्षी योजना जल्द ही सिरे चढ़ती नजर आ रही है। नोएडा एक्सटेंशन के विवाद में अटके कनेक्टिविटी के मामले को नोएडा प्राधिकरण ने ग्रीन सिग्नल दिखा दिया है। नोएडा-गे्रटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के रास्ते फरीदाबाद को जोड़ने के लिए नोएडा प्राधिकरण द्वारा तैयार की गई दो पुलों की लोकेशन को उत्तर प्रदेश सरकार से जल्द ही अनुमति मिलने के आसार दिख रहे हैं।
नोएडा एक्सटेंशन में जमीन अधिग्रहण रद्द होने के बाद समझा जा रहा था कि इसका प्रभाव नोएडा-फरीदाबाद को आपस में जोड़ने के लिए तैयार गई योजना पर भी देखने को मिलेगा। लेकिन नोएडा प्राधिकरण ने स्पष्ट कर दिया है कि एक्सटेंशन में भूमि अधिग्रहण रद्द होने से आधारभूत परियोजनाओं पर इसका असर नहीं पड़ेगा। कनेक्टिविटी के लिए नोएडा प्राधिकरण ने जिन दो लोकेशनों का प्रस्ताव तैयार किया है, उसे उत्तर प्रदेश सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा जा चुका है। नोएडा प्राधिकरण के सीनियर टाउन प्लानर राजपाल कौशिक ने बताया कि प्राधिकरण की तरफ से तेजी से अभ्यास जारी है। बहुत जल्द ही इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी और एक्सटेंशन के विवाद का इस योजना पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
फरीदाबाद के जिला नगर योजनाकार संजीव मान ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण से इस मामले को लेकर लगातार संपर्क बना हुआ है। नोएडा प्राधिकरण के एप्रूव्ड प्लान के आधार पर नोएडा एक्सप्रेस-वे से पुलों की लोकेशन के आधार पर फरीदाबाद बाईपास को सीधा कनेक्ट करने के रास्ते खोजे जाएंगे।
बाईपास से जोड़ा जाएगा रास्ता
एक्सप्रेस-वे पर नोएडा के सेक्टर-१५० और सेक्टर-१६८ के पास से दो फोर लेन पुलों को यमुना के ऊपर से लाकर फरीदाबाद में जोड़ने की योजना है। इन पुलों को ईस्टर्न पैरिफेरल एक्सप्रेस-वे से एक्सटेंशन दिया जाएगा। ईस्टर्न पैरिफेरल एक्सप्रेस-वे से मास्टर को कनेक्ट करते हुए आगरा और गुड़गांव कैनाल के ऊपर से सीधा रास्ता बाईपास पर दिया जाएगा।
पांच किलोमीटर का होगा अंतर
नोएडा एक्सप्रेस-वे से होकर फरीदाबाद को जोड़ने वाले दोनों पुलों के बीच की दूरी पांच किलोमीटर होगी। इनमें से एक पुल एक्सप्रेस-वे के पास अमेटी यूनिवर्सिटी और एक पुल गे्रटर नोएडा के परीचौक के नजदीक होगा। फरीदाबाद में यह पुल अमीपुर और कबूलपुर के पास निकलेगा जबकि दूसरा पुल फरीदाबाद के महावतपुर और लालपुर पर आकर निकलेगा।
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कम होगी दोनों शहरों की दूरी
यमुना पर पुल बन जाने के बाद नोएडा की फरीदाबाद से दूरी में केवल १४ किलोमीटर का फासला रह जाएगा। इससे रोजाना दोनों शहरों के बीच सफर करने वाले यात्रियों का समय तो बचेगा ही साथ ही बाईपास और हाइवे पर लगने वाले जाम से भी नहीं जूझना पड़ेगा। नोएडा-फरीदाबाद की दूरी सिमटने से गुड़गांव-नोएडा का रास्ता भी आसान हो जाएगा।
फरीदाबाद-नोएडा कनेक्टिविटी पर मीटिंग परसों
30 Aug 2011, 0400 hrs IST
एनबीटी न्यूज ॥ फरीदाबाद
लंबे इंतजार के बाद अब नोएडा और फरीदाबाद कनेक्टिविटी का रास्ता साफ होने लगा है। नोएडा और फरीदाबाद की दूरी कम करने के लिए यमुना पर दो नए पुल बनाने की योजना है। नोएडा और फरीदाबाद अधिकारियों के बीच कोई बातचीत नहीं होने की वजह से योजना अधर में थी। लेकिन अब जल्द ही इसे पंख लगने की उम्मीद है। गुरुवार को नोएडा और फरीदाबाद अधिकारियों के बीच मीटिंग होगी , जिसमें कनेक्टिविटी के विकल्पों पर चर्चा की जाएगी।
क्या है योजना
नोएडा और फरीदाबाद के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए यमुना पर दो पुल बनाए जाने हैं। नोएडा अधिकारियों ने इस योजना को अपने मास्टर प्लान 2031 में शामिल कर रखा है। फरीदाबाद में अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है , क्योंकि नोएडा अधिकारियों की तरफ से उन्हें कोई निश्चित जगह नहीं बताई गई है , जहां यह पुल आकर मिलेगा। इसके लिए फरीदाबाद के अधिकारी लगातार हूडा अफसरों कनेक्टिविटी को लेकर चर्चा करने की बात कह रहे हैं। ताकि आगे की प्लानिंग की जा सके।
कहां से कहां तक जुड़ेंगे पुल
नोएडा मास्टर प्लान के तहत फरीदाबाद से कनेक्टिविटी के लिए दो पुल बनाने हैं। एक पुल नोएडा सेक्टर -168 के पास के गांव मंगरौली और छपरौली से फरीदाबाद के गांव महावतपुर के आसपास कहीं जुड़ेगा। वहीं दूसरा पुल ग्रेटर नोएडा के सेक्टर -150 के पास के गांव कौंडली से फरीदाबाद के गांव अमीपुर व कबूलपुर के आसपास कहीं मिलेगा। इन दोनों पुलों के बीच की दूरी लगभग 5 किलोमीटर होगी। यमुना पर बनने वाले इन पुलों की चौड़ाई लगभग 75 मीटर रखी गई है।
' पहले साफ करनी होगी लोकेशन '
फरीदाबाद डीटीपी संजीव मान का कहना है कि इन दोनों पुलों के लिए नोएडा ने अपनी तरफ से सारी स्थिति साफ की हुई है , लेकिन हमारी तरफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है क्योंकि नोएडा अधिकारियों ने हमें एक निश्चित पॉइंट नहीं बताया है , जहां पुल नोएडा से फरीदाबाद आकर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि फरीदाबाद में पुलों की लोकेशन साफ करने के लिए गुरुवार को नोएडा अफसरों के साथ मीटिंग की जाएगी। फरीदाबाद में लोकेशन साफ होने के बाद इस पुल को शहर से जोड़ने के लिए प्लानिंग तैयार की जाएगी।
यमुना पर पुल बनाने के लिए बैठक स्थगित
Sep 02, 05:51 pm
नोएडा और ग्रेटर फरीदाबाद को जोड़ने के लिए यमुना पर बनाए जाने वाले पुल को लेकर होने वाली अधिकारियों की बैठक एक बार फिर स्थगित हो गई है। नोएडा प्राधिकरण व फरीदाबाद के नगर एवं ग्राम आयोजन विभाग के अधिकारियों के बीच सितंबर के पहले सप्ताह में इस बैठक का आयोजन होना था। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने व्यस्तता का हवाला दे बैठक अगले दस दिनों के लिए स्थगित कर दी गई है।
गौरतलब है कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा को ग्रेटर फरीदाबाद से जोड़ने के लिए नगर एवं ग्राम आयोजन विभाग यमुना पर दो पुल बनाने की योजना तैयार कर रहा है। नोएडा से ये पुल कहां बनाए जाएंगे, यह तो लगभग तय हो चुका है लेकिन फरीदाबाद में यह पुल कहां से जुड़ेंगे, इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इसलिए यह योजना तभी सफल हो सकेगी जब दोनों विभागों के अधिकारी आमने-सामने बैठकर इस योजना पर विस्तार से चर्चा करेंगे। हालांकि पिछले कई महीनों से किसी न किसी कारण यह बैठक नहीं हो पा रही है। पहले ही भट्टा पारसौल कांड की वजह से यह बैठक काफी लंबित हो चुकी है और अब किसी अन्य कार्य में व्यस्त होने के कारण नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने इस बैठक को स्थगित कर दिया है।
नगर एवं ग्राम आयोजन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अब यह बैठक 12 सितंबर को होगी। इस बैठक में इस योजना पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
कनेक्टिविटी पर जल्द होगी कार्रवाई
10 Sep 2011, 0400 hrs IST
नोएडा और फरीदाबाद के बीच की दूरियां कम करने की कवायद तेजी से चल रही है। नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने एनसीआर के इन दोनों शहरों की कनेक्टिविटी पर जल्द ही कार्रवाई शुरू होने की उम्मीद जताई है। अधिकारियों का कहना है कि फरीदाबाद और नोएडा को कनेक्ट करने के लिए यमुना पर बनने वाले दो पुलों को नोएडा मास्टर प्लान 2031 में शामिल किया गया है। मास्टर प्लान को सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है और प्लान पर डिस्कशन के साथ पे्रजंेटेशन का दौर लगातार जारी है। गुरुवार को भी नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों और यूपी सरकार के बीच मास्टर प्लान को लेकर डिस्कशन हुआ। अधिकारियों का कहना है कि यूपी सरकार जल्द ही मास्टरप्लान को मंजूरी दे देगी।
फरीदाबाद से नोएडा की दूरी कम करने के लिए यमुना पर दो नए पुल बनाने की योजना को नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने नोएडा मास्टर प्लान 2031 में शामिल किया है। इसके अनुसार दो पुलों में से एक पुल नोएडा सेक्टर-168 के पास के गांव मंगरौली और छपरौली से फरीदाबाद के गांव महावतपुर के आसपास आकर जुडे़गा। वहीं दूसरा पुल ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-150 के पास के गांव कौंडली से फरीदाबाद के गांव अमीपुर और कबूलपुर के आसपास आकर मिलेगा। उन्होंने बताया इन दोनों पुलों के बीच की दूरी लगभग 5 किलोमीटर रखी गई है। दोनों पुलों की चौड़ाई लगभग 75 मीटर होगी।
नोएडा अथॉरिटी के एसटीपी राजपाल कौशिक का कहना है कि गुरुवार को मास्टर प्लान को लेकर काफी डिस्कशन हुआ। उम्मीद है कि जल्द से जल्द मास्टर प्लान को मंजूरी मिल जाएगी, जिसके बाद हम इसके तहत होने वाले विकास कार्यों को अंजाम देना शुरू करेंगे। फरीदाबाद के अधिकारियों से भी पुलों की लोकेशन के लिए भी उसके बाद ही बातचीत की जाएगी। डीटीपी संजीव मान का कहना है कि फरीदाबाद में पुलों का निश्चित पॉइंट पता लग जाने के बाद हम पुलों को शहर से जोड़ने के लिए प्लानिंग बनाना शुरू करेंगे।
कालिंदी बाईपास पर यूपी से बात करेगा हरियाणा
Story Update : Friday, September 23, 2011 12:01 AM
फरीदाबाद। करीब एक दशक पहले तैयार की गई कालिंदी बाईपास योजना को रफ्तार देने के लिए हरियाणा की तरफ से दखल दिया जाएगा। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट ने एनएच-दो पर ट्रैफिक की मंद रफ्तार का मसला प्रशासन के समक्ष उठाया है। इसके बाद बाईपास प्रोजेक्ट को लेकर जिला प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से सीधी बातचीत करने का निर्णय लिया है।
दिल्ली-पलवल के बीच ट्रैफिक को स्मूथ करने के लिए कालिंदी कुंज से वाया फरीदाबाद पलवल तक करीब ४२ किलोमीटर लंबे बाईपास की योजना एक दशक पहले बनाई गई थी। कालिंदी कुंज से पल्ला तक करीब १४ किलोमीटर लंबी सड़क दिल्ली सरकार को बनानी है, जबकि पलवल तक इससे अगले पड़ाव का खर्च हरियाणा सरकार को वहन करना है। दरअसल, आगरा कैनाल के साथ लगती जमीन पर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग का स्वामित्व है। उत्तर प्रदेश की आपत्तियों के चलते इस प्रोजेक्ट का काम रुका हुआ है। एनएच-दो पर टै्रफिक के बढ़ते लोड को कम करने के लिए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट ने जिला प्रशासन के समक्ष इस मसले को रखा है। इसके बाद जिला प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से सीधी बातचीत करने का निर्णय लिया है।
फोर लेन बनाने का प्रस्ताव
फिलहाल फरीदाबाद की सरहद में आगरा कैनाल के साथ-साथ खेड़ी से लेकर चंदावली तक इकहरी सड़क का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने इस सड़क को फोर लेन करने का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों के समक्ष रखा है। अधिकारियों का कहना है कि फोर लेन बाईपास होने के बाद ही नेशनल हाइवे से बड़े बाहनों का दबाव कम हो पाएगा। दिल्ली से पलवल, मथुरा, आगरा की ओर जाने वाले बड़े वाहन कालिंदी कुंज से सीधे बाईपास के रास्ते गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
गे्रटर फरीदाबाद को मिलेगा फायदा
आगरा कैनाल के साथ-साथ फोर लेन बाईपास को गे्रटर फरीदाबाद के विभिन्न सेक्टरों से जोड़ने वाली मास्टर रोड से कनेक्टिविटी दी जाएगी। इस बाईपास से दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद, गे्रटर फरीदाबाद और पलवल के बीच तय होने वाला घंटों का सफर मिनटों में तय किया जा सकेगा।
‘कालिंदी बाईपास न केवल एनएच-दो के ट्रैफिक लोड को कम करेगा, बल्कि इससे दिल्ली और नोएडा को भी फायदा मिलेगा। प्रोजेक्ट की अड़चन दूर करने के लिए जल्द ही उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से बातचीत की जाएगी’
-डा. प्रवीण कुमार, जिला उपायुक्त-फरीदाबाद
‘फोरलेन बाईपास के निर्माण के बाद ही इसका सही फायदा मिल पाएगा, लेकिन इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार से मंजूरी लेना जरूरी है। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।’
- संजीव मान, जिला नगर योजनाकार-फरीदाबाद
कम होगी दिल्ली और फरीदाबाद की दूरी
3 Oct 2011, 0400 hrs IST
फरीदाबाद।। नैशनल हाइवे पर ट्रैफिक का दबाव कम करने और ग्रेटर फरीदाबाद की दिल्ली और नोएडा से बेहतर कनेक्टिविटी के लिए हूडा ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। इन्हीं प्रयासों के तहत 14 अक्टूबर को हूडा अधिकारी यूपी के अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। इसमें आगरा नहर के साथ बन रहे कालिंदी बाईपास को फोर लेन बनाने और नोएडा व फरीदाबाद को जोड़ने के लिए यमुना पर बनने वाले पुलों के विषय पर चर्चा की जाएगी।
आगरा नहर के एक तरफ बाईपास रोड का निर्माण किया जा रहा है। वहीं कालिंदी कुंज से फरीदाबाद होते से पलवल तक जाने वाले 42 किलोमीटर लंबे बाईपास बनाने की योजना लगभग 10 साल पहले बनाई गई थी। कालिंदी कुंज से पल्ला तक करीब 14 किलोमीटर लंबी सड़क दिल्ली सरकार को बनानी है, इससे आगे पलवल तक सड़क बनाने के लिए हरियाणा सरकार को खर्च करना है।
आगरा नहर के दोनों तरफ यूपी वन विभाग और सिंचाई विभाग की जमीन है। फिलहाल यूपी की जमीन पर आगरा नहर के साथ फरीदाबाद की सीमा में पलवल से लेकर चंदावली तक सिंगल रोड का निर्माण किया गया है। यह रोड भी काफी पहले बनी हुई है इसलिए यह बिल्कुल टूट चुकी है। अब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने इस सड़क को फोर लेन करने का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों के सामने रखा है। लेकिन इसके लिए यूपी के अधिकारियों से सड़क बनाने की मंजूरी लेना जरूरी है। इसलिए 14 अक्टूबर को हूडा अधिकारियों ने यूपी के अधिकारियों के साथ मीटिंग फिक्स की है, जिसमें इस मुद्दे पर बातचीत की जाएगी।
वहीं दूसरी तरफ नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ने के लिए यमुना पर दो पुल बनाए जाने हैं। यूपी के अधिकारियों ने इन पुलों को अपने मास्टरप्लान 2031 में शामिल किया हुआ है। लेकिन फरीदाबाद की तरफ से इन पुलों की लोकेशन साफ नहीं है, जिसके चलते इन पुलों पर कोई लंबी चर्चा नहीं हो पाई है। लेकिन 14 अक्टूबर पुलों की लोकेशन पर भी चर्चा की जाएगी। हूडा प्रशासक अजित बालाजी जोशी ने बताया कि हम जल्द ही ग्रेटर फरीदाबाद को डिवेलपमेंट का काम शुरू करने जा रहे हैं। इसलिए ग्रेटर फरीदाबाद की दिल्ली, फरीदाबाद, नोएडा आदि शहरों के बेहतर कनेक्टिविटी के लिए रास्ते खोजना शुरू कर दिया है। इसलिए इस मीटिंग में कनेक्टिविटी के अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
नोएडा-फरीदाबाद कनेक्टिविटी पर बढ़े कदम
Story Update : Sunday, November 13, 2011 12:01 AM
फरीदाबाद। नोएडा-गे्रटर नोएडा और फरीदाबाद के बीच कनेक्टिविटी की योजना पर बात बनती दिखाई दे रही है। गे्रटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के मास्टर प्लान-२०३१ को मंजूरी मिलने के साथ ही इस योजना को भी क्लीयरेंस मिल गई है। अब दोनों ही शहरों के टाउन प्लानर मिलकर कनेक्टिविटी के लिए फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करेंगे।
नोएडा-गे्रटर नोएडा एक्सपे्रस वे से फरीदाबाद को कनेक्ट करने की योजना काफी समय पहले ही बना ली गई थी, लेकिन मास्टर प्लान को मंजूरी न मिल पाने के कारण बात आगे नहीं बढ़ पा रही थी। शुक्रवार को एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की यूपी डिवीजन शाखा ने मास्टर प्लान पर मंजूरी की मुहर लगा दी। जिसके बाद अब यमुना पर पुल बनाकर कनेक्टिविटी की योजना को रफ्तार मिलने की संभावना है।
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक नोएडा एक्सटेंशन में जमीन अधिग्रहण के विवाद के चलते तमाम योजनाओं पर बे्रक लग गया था। लेकिन अब बाधाएं दूर होती दिख रही हैं। हालांकि अभी मास्टर प्लान को एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की उच्च स्तरीय कमेटी के समक्ष रखा जाएगा।
कनेक्टिविटी के लिए नोएडा और गे्रटर नोएडा प्राधिकरण ने जिन दो लोकेशनों का प्रस्ताव तैयार किया है, उसका प्रस्ताव जल्द ही फरीदाबाद के टाउन प्लानर को भेजा जाएगा। इसके बाद नोएडा और फरीदाबाद के टाउन प्लानर मिलकर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करेंगे और इसी के आधार पर बजट प्रस्ताव तैयार कर अपनी-अपनी सरकारों को भेजेंगे। दोनों शहरों के बीच पड़ने वाली यमुना पर पुल बन जाने के बाद नोएडा एक्सटेंशन और गे्रटर नोएडा से फरीदाबाद का फासला बेहद कम हो जाएगा।
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कहां से कनेक्टिविटी की संभावना
एक्सप्रेस-वे पर नोएडा एक्सटेंशन के सेक्टर-१५० से कनेक्ट होता हुआ पहला पुल फरीदाबाद में यमुना किनारे बसे अमीपुर और कबूलपुर के पास आकर निकलेगा। जबकि दूसरा पुल एक्सप्रेस वे पर सेक्टर-१६८ को कनेक्ट करता हुआ फरीदाबाद के महावतपुर और लालपुर गांव पर आकर निकलेगा।
‘कनेक्टिविटी योजना पर हमारी तरफ से काम पूरा है। अब फरीदाबाद के टाउन प्लानर को बातचीत के लिए हम आमंत्रित करने जा रहे हैं।’
-राजपाल कौशिक, सीनियर टाउन प्लानर, नोएडा प्राधिकरण
‘नोएडा व गे्रटर नोएडा के एपू्रव्ड प्लान के आधार पर हम फरीदाबाद में संभावना तलाशेंगे। इसके लिए लगातार वहां के अधिकारियों से संपर्क साधा जा रहा है।’
-संजीव मान, डिस्ट्रिक्ट टाउन प्लानर-फरीदाबाद-
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