http://www.amarujala.com/city/Faridabad ... 6-139.htmlमेट्रो की सभी बाधाएं दूर
Story Update : Thursday, August 11, 2011 12:01 AM
फरीदाबाद। बदरपुर-वाईएमसीए मेट्रो प्रोजेक्ट की सभी बाधाएं दूर हो गई हैं और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने टेंडर प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया है। साल के अंत तक फरीदाबाद के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा। १३.८७५ किलोमीटर लंबे इस मेट्रो कॉरिडोर पर अगस्त २०१४ तक मेट्रो चलाने का दावा डीएमआरसी ने किया है।
पिछले चार सालों से मेट्रो रेल का अधूरा सपना अब पूरा होने जा रहा है। तमाम अड़चनों के चलते लगातार देरी का शिकार हो रहे इस प्रोजेक्ट की सभी बाधाएं मंगलवार को दूर हो गईं। केंद्र सरकार के मंत्रियों के समूह ने बजट पर मंजूरी की मोहर लगा दी और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने मेट्रो की एलाइनमेंट को मंजूरी दे दी। प्रोजेक्ट पर से संकट के बादल छंटते ही डीएमआरसी ने तेजी के साथ अपना काम शुरू कर दिया है। बुधवार को दिनभर चली बैठक के बाद टेंडर प्रक्रिया के प्रारूप को अंजाम दिया गया। डीएमआरसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि अगले एक सप्ताह में एनआईटी (नोटिस इनवाइटिंग टेंडर) तैयार हो जाएगा और इस माह के अंत तक टेंडर जारी कर दिए जाएंगे। हालांकि प्रोजेक्ट पर काम नवंबर-दिसंबर तक ही शुरू हो पाएगा।
बदरपुर-वाईएमसीए मेट्रो कॉरिडोर, स्टेशनों और यार्ड के लिए हुडा को जगह मुहैय्या करानी है। अधिग्रहण के लिए चयनित की गई करीब ९० प्रतिशत जमीन पर हरियाणा सरकार का स्वामित्व है, जबकि १० प्रतिशत जगह निजी संपत्ति है। हुडा ने अधिग्रहण को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
एमओयू पर हस्ताक्षर जल्द
केंद्र सरकार से बजट और एनएचएआई से एलाइनमेंट को मंजूरी मिलने के बाद हरियाणा सरकार ने भी मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग (एमओयू) पर साइन करने की सहमति जता दी है। डीएमआरसी ने एमओयू की फाइल काफी समय पहले ही हरियाणा सरकार को सौंप दी थी, लेकिन केंद्र सरकार से ग्रीन सिग्नल मिलने के इंतजार में फाइल अटकी हुई थी। अगले एक सप्ताह में डीएमआरसी और हरियाणा सरकार के बीच एमओयू साइन हो जाएगा।
एनएचएआई बनाएगी कमेटी
मेट्रो प्रोजेक्ट के साथ-साथ नेशनल हाईवे सिक्स लेन प्रोजेक्ट पर काम चलेगा। दो बड़े प्रोजेक्ट का काम एक साथ चलने से कहीं कोई दिक्कत आड़े न आए, इसको लेकर एनएचएआई एक कोर्डिनेशन कमेटी का गठन करने जा रही है। इस कमेटी में एनएचएआई के अधिकारी तो शामिल होंगे ही, साथ ही एक-एक सदस्य डीएमआरसी और हुडा का भी होगा। दोनों प्रोजेक्टों के बीच किसी प्रकार की बाधा देरी का कारण न बने, इस पर कमेटी की गहन नजर रहेगी।