http://navbharattimes.indiatimes.com/de ... 208794.cmsफरीदाबाद।। नैशनल हाइवे पर ट्रैफिक का दबाव कम करने और ग्रेटर फरीदाबाद की दिल्ली और नोएडा से बेहतर कनेक्टिविटी के लिए हूडा ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। इन्हीं प्रयासों के तहत 14 अक्टूबर को हूडा अधिकारी यूपी के अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। इसमें आगरा नहर के साथ बन रहे कालिंदी बाईपास को फोर लेन बनाने और नोएडा व फरीदाबाद को जोड़ने के लिए यमुना पर बनने वाले पुलों के विषय पर चर्चा की जाएगी।
आगरा नहर के एक तरफ बाईपास रोड का निर्माण किया जा रहा है। वहीं कालिंदी कुंज से फरीदाबाद होते से पलवल तक जाने वाले 42 किलोमीटर लंबे बाईपास बनाने की योजना लगभग 10 साल पहले बनाई गई थी। कालिंदी कुंज से पल्ला तक करीब 14 किलोमीटर लंबी सड़क दिल्ली सरकार को बनानी है, इससे आगे पलवल तक सड़क बनाने के लिए हरियाणा सरकार को खर्च करना है।
आगरा नहर के दोनों तरफ यूपी वन विभाग और सिंचाई विभाग की जमीन है। फिलहाल यूपी की जमीन पर आगरा नहर के साथ फरीदाबाद की सीमा में पलवल से लेकर चंदावली तक सिंगल रोड का निर्माण किया गया है। यह रोड भी काफी पहले बनी हुई है इसलिए यह बिल्कुल टूट चुकी है। अब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने इस सड़क को फोर लेन करने का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों के सामने रखा है। लेकिन इसके लिए यूपी के अधिकारियों से सड़क बनाने की मंजूरी लेना जरूरी है। इसलिए 14 अक्टूबर को हूडा अधिकारियों ने यूपी के अधिकारियों के साथ मीटिंग फिक्स की है, जिसमें इस मुद्दे पर बातचीत की जाएगी।
वहीं दूसरी तरफ नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ने के लिए यमुना पर दो पुल बनाए जाने हैं। यूपी के अधिकारियों ने इन पुलों को अपने मास्टरप्लान 2031 में शामिल किया हुआ है। लेकिन फरीदाबाद की तरफ से इन पुलों की लोकेशन साफ नहीं है, जिसके चलते इन पुलों पर कोई लंबी चर्चा नहीं हो पाई है। लेकिन 14 अक्टूबर पुलों की लोकेशन पर भी चर्चा की जाएगी। हूडा प्रशासक अजित बालाजी जोशी ने बताया कि हम जल्द ही ग्रेटर फरीदाबाद को डिवेलपमेंट का काम शुरू करने जा रहे हैं। इसलिए ग्रेटर फरीदाबाद की दिल्ली, फरीदाबाद, नोएडा आदि शहरों के बेहतर कनेक्टिविटी के लिए रास्ते खोजना शुरू कर दिया है। इसलिए इस मीटिंग में कनेक्टिविटी के अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
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