http://navbharattimes.indiatimes.com/de ... 221800.cmsजल्द से जल्द मुआवजा देने की मांग को लेकर नहर पार के किसान एक बार फिर डीसी प्रवीण कुमार से मिले और साथ ही किसानों ने हूडा प्रशासक से भी मुलाकात की। हूडा प्रशासक ने इस मामले में जल्द ही उच्च अधिकारियों से बातचीत करने का आश्वासन देते हुए मामले को जल्द से जल्द सुलझाने की बात कही।
नहर पार सेक्टर-75 और 80 में मुआवजे को लेकर किसानों और प्रशासन में काफी लंबे समय से वाद विवाद चल रहा है। इसी के चलते किसानों ने सेक्टर-75 और 80 में अपनी जमीन पर हूडा को कब्जा नहीं दिया है। इस कारण ग्रेटर फरीदाबाद का डिवेलपमेंट बिल्कुल रुका हुआ है। पिछले सप्ताह हूडा प्रशासक ने ग्रेटर फरीदाबाद का दौरा किया था और यहां पैसा इनवेस्ट करने वाले लोगों से जल्द ही ग्रेटर फरीदाबाद को डिवेलप करने का आश्वासन दिया था। लेकिन जब तक पूरी जमीन पर कब्जा नहीं मिल जाता तब तक डिवेलपमेंट रफ्तार नहीं पकड़ सकता। यही कारण है कि सोमवार को नहर पार किसान संघर्ष समिति के किसानों ने डीसी से मुआवजा बढ़ाने की मांग की। डीसी ने किसानों को हूडा प्रशासक के पास भेज दिया।
नहर पार किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ ने बताया कि हम लोगों ने हूडा प्रशासक के सामने अपनी सारी समस्याएं रखीं और ग्रेटर फरीदाबाद में एकसमान मुआवजा करने की मांग रखी। इस पर हूडा प्रशासक बालाजी जोशी ने किसानों को आश्वासन दिया कि वह 5 अक्टूबर को चंडीगढ़ जा रहे हैं और इस विषय में उच्च अधिकारियों से बातचीत करंेगे। शिवदत्त वशिष्ठ का कहना है कि अगर जल्द से जल्द नहर पार का मुआवजा एकसमान नहीं किया गया तो नहर पार हूडा प्रशासक ने जितने भी बोर्ड लगाए हैं उन सभी को उखाड़कर हूडा कार्यालय में वापस भेज दिया जाएगा और जब तक किसानों को बढ़ा हुआ मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक अपनी जमीन पर कब्जा भी नहीं देंगे। इस मौके पर किसान अजीत नंबरदार, किशन, जयप्रकाश भाटी, इंद्रराज, रणसिंह, मनोज यादव, महावीर आदि उपस्थित थे।