Follow @Myfaridabad |
Site Announcements |
---|
Invitation to RPS SAVANA Allottees to join Case in NCDRC against RPS Infrastructures Ltd Have you submitted a rating and reviewed your project? Rate & Review your project now! Submit your project and review. Read Reviews! Share your feedback! ** Enhanced EDC Stayed by High Court ** Forum email notifications...Please read ! Carpool from Greater Faridabad to Noida Carpool from Greater Faridabad to GGN |
मेट्रो स्टेशनों और साइटों का किया दौरा
30 Sep 2011, 0400 hrs IST
सचिन हुड्डा
फरीदाबाद।। डीएमआरसी की इंजीनियरिंग और आर्किटेक्ट टीम ने बुधवार को फरीदाबाद में स्टेशनों की साइटों का दौरा किया। मेट्रो कंस्ट्रक्शन के समय एनएचएआई और डीएमआरसी में तालमेल बैठाने के लिए तालमेल कमिटी का भी गठन किया गया है। उधर , खबर है कि हूडा डीएमआरसी को नवंबर के अंत तक जमीन उपलब्ध करवा देगा।
तालमेल कमिटी का हुआ गठन
फरीदाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट के नोडल ऑफिसर और हूडा प्रशासक अजित बालाजी जोशी ने बताया कि फरीदाबाद में मेट्रो और एनएचएआई सिक्स लेन का काम एक साथ शुरू होगा। काम के दौरान असुविधा न हो , इसलिए फाइनेंस कमिश्नर ने आदेश दिया था कि एक तालमेल कमिटी का गठन किया जाए। लिहाजा चार लोगों की इस कमिटी में एनएचएआई , डीएमआरसी और हूडा के सीनियर अधिकारियों को शामिल किया गया है। प्रदेश सरकार के पास कमिटी का ब्यौरा तैयार कर भेजा गया है।
आर्किटेक्ट टीम ने किया दौरा
स्टेशनों का डिजाइन तैयार करने के लिए बुधवार को डीएमआरसी की इंजीनियरिंग टीम और आर्किटेक्ट टीम ने फरीदाबाद मेट्रो साइट का दौरा किया। फरीदाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर ए . के . गुप्ता ने बताया कि मेट्रो के अलाइनमेंट में क्या - क्या दिक्कतें आ सकती हैं , कॉरिडोर के निर्माण के दौरान हाइवे इस्तेमाल करने वालों को कोई परेशानी न हो , इसका निरीक्षण किया गया। डीएमआरसी के अधिकारियों ने सराय ख्वाजा स्टेशन साइट , एनएचपीसी चौक ओल्ड फरीदाबाद और अजरौंदा चौक पहुंचकर स्टेशन व मेट्रो अलाइनमेंट साइट को देखा।
अक्टूबर के मध्य तक जारी होंगे टेंडर
फरीदाबाद मेट्रो लाइन के सिविल वर्क के लिए 400 करोड़ के टेंडर आमंत्रित किए हैं। इस पैसे से मेट्रो का पुल बनाया जाएगा। पुल के लिए 18 अक्टूबर को टेंडर छोड़ा जाएगा। जिसे टेंडर मिलेगा , उस कंपनी को 20 महीने में काम पूरा करना होगा। इससे पहले डिपो साइट के लिए टेंडर खोला जाएगा। सेक्टर -20 ए में 50 एकड़ जमीन पर डिपो साइट का निर्माण होना है। इसकी चारदीवारी और मिट्टी की लेवलिंग के लिए 23 करोड़ के टंेडर मांगे गए हैं। 4 अक्टूबर को टेंडर छोड़े जाएंगे। कंपनी को यह काम एक साल में करना होगा। ए . के . गुप्ता ने बताया कि टेंडर जारी होने के बाद जल्द काम शुरू हो जाएगा। टेंडर जारी होने तक एमओयू भी मिल जाएगा।
मेट्रो ः ओएचई डिजाइन को टेंडर अगले माह
Story Update : Wednesday, October 12, 2011 12:01 AM
फरीदाबाद। मेट्रो प्रोजेक्ट के थर्ड फेस पर काम शुरू करने को लेकर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। कॉरिडोर के सिविल वर्क्स के साथ-साथ बिजली के बंदोबस्त पर काम शुरू हो गया है, जिसके तहत डीएमआरसी अब ओएचई (ओवर हेड इक्यूपमेंट) सिस्टम का डिजाइन तैयार करने के लिए टेंडर जल्द आमंत्रित करने जा रहा है। तीन नवंबर को टेंडर खोले जाएंगे।
थर्ड फेस के तहत दो लॉट में ओएचई का डिजाइन तैयार किया जाएगा। पहले लॉट में जनकपुरी-बादली कॉरिडोर, मंडी हाउस से कश्मीरी गेट और मुकुंदपुर से यमुना विहार कॉरिडोर पर ओएचई का डिजाइन तैयार किया जाएगा, जबकि दूसरे लॉट में जनकपुरी-कालिंदी कुंज-बोटेनिकल गार्डन और बदरपुर-वाईएमसीए कॉरिडोर के लिए ओएचई सिस्टम का डिजाइन तैयार किया जाएगा। डिजाइन तैयार करने के लिए टेंडर आमंत्रित कर दिए गए हैं। डीएमआरसी प्रवक्ता के मुताबिक, थर्ड फेस के ओएचई सिस्टम का डिजाइन तैयार करने के लिए ४२ सप्ताह का समय कांट्रेक्टर को दिया जाएगा।
२५ केवी लाइन से मेट्रो को बिजली सप्लाई की जाएगी। कहां-कहां २२०/६६/३३ केवी के सबस्टेशन बनाए जा सकेंगे, कहां-कहां एचटी (हाई टेंशन) और एलटी (लॉ टेंशन) लाइनों का प्रयोग किया जाएगा, इसका गहन अध्ययन कर डिजाइन तैयार किया जाएगा। मेट्रो के लिए डीएमआरसी अपने सबस्टेशन स्थापित करेगा, लेकिन सबस्टेशनों को बिजली सप्लाई हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम (एचवीपीएन) द्वारा की जाएगी। एचवीपीएन अपने पल्ला और ईदगाह सबस्टेशन से डीएमआरसी को लिंक देकर सप्लाई देगा।
वाईएमसीए मेट्रो की राह से रोड़ा हटाने की तैयारी
5 Nov 2011, 0400 hrs IST
#गूंजेगी सीटी
डीएमआरसी ने मेट्रो के रास्ते में आने वाली तारों और लाइनों को शिफ्ट करने की जिम्मेदारी ली
-अलाइनमेंट के रास्ते में आने वाली गैस पाइपलाइनों को भी किया जाएगा शिफ्ट
-संबंधित विभाग के निर्देश पर डीएमआरसी करेगा शिफ्टिंग का काम
-बदरपुर बॉर्डर से वाईएमसीए तक मेट्रो कॉरीडोर के सिविल वर्क के लिए 400 करोड़ का बजट
एनबीटी न्यूज॥ फरीदाबाद
बदरपुर बॉर्डर से वाईएमसीए तक मेट्रो का काम शुरू करने के लिए डीएमआरसी ने तैयारियां शुरू कर दी है। सेक्टर-12 में हूडा के दफ्तर पर गुरुवार को डीएमआरसी, हूडा, बिजली विभाग और नगर निगम के अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें मेट्रो अलाइनमेंट के रास्ते में आने वाली बिजली की तारों, सीवर, पानी की पाइपलाइन और गैस लाइनों को शिफ्ट करने पर चर्चा की गई। डीएमआरसी ने खुद इन सभी बाधाओं को रास्ते से हटाने की जिम्मेदारी ली। गौरतलब है कि बदरपुर बॉर्डर से वाईएमसीए तक 13.87 किमी लंबे मेट्रो कॉरिडोर के सिविल वर्क के लिए 400 करोड़ का बजट रखा गया है।
दिल्ली से आते समय नैशनल हाइवे के लेफ्ट साइड में मेट्रो का अलाइनमेंट तय किया गया है। इसमें कई जगहों पर बिजली, टेलीफोन की तारें, सीवर लाइन, पानी की पाइपलाइन और गैस लाइन आदि आ रही है। मेट्रो का निर्माण शुरू होने से पहले इन लाइनों को शिफ्ट करना जरूरी है। मीटिंग में डीएमआरसी अधिकारियों ने संबंधित विभागों के अफसरों के सामने यह विकल्प भी रखा कि यदि वह खुद अपनी लाइनों और तारों को शिफ्ट करना चाहते हैं तो वो कर सकते हैं। इसके लिए डीएमआरसी की तरफ से उन्हें पैसा दे दिया जाएगा, लेकिन बाद में समय बचाने के उद्देश्य से डीएमआरसी ने खुद सभी लाइनों व तारों को शिफ्ट करने की जिम्मेदारी ले ली, जबकि गैस लाइनों को शिफ्ट करने में संबंधित विभाग की मदद ली जाएगी। संबंधित विभाग के अधिकारी डीएमआरसी को निर्देश देंगे कि लाइन को कहां से कहां शिफ्ट करना है? डीटीपी संजीव मान ने बताया कि डीएमआरसी ने खुद सभी लाइनों और तारों को शिफ्ट करने की जिम्मेदारी ली है। इस काम को जल्दी ही पूरा कर लिया जाएगा। इससे मेट्रो का काम भी जल्द शुरू होगा।
कॉरिडोर के लिए खोले टेंडर
जहां एक ओर मेट्रो के रास्ते में आने वाली दिक्कतों को दूर करने की तैयारी की जा रही हैं। वहीं दूसरी तरफ निर्माण कार्य शुरू करने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी जारी है। वाईएमसीए तक मेट्रो कॉरिडोर के सिविल वर्क के लिए टेंडर खोल दिए गए हैं। मेट्रो डिपो की चारदीवारी और लैंड लेवलिंग के लिए भी टेंडर खोले गए हैं। डीएमआरसी से प्रवक्ता हिमंाशु ने बताया कि अब केवल टेक्निकल परीक्षण किया जा रहा है। जल्द ही निर्माता कंपनी का चयन कर लिया जाएगा। मेट्रो स्टेशनों के निर्माण के लिए जल्द ही टेंडर आमंत्रित किए जाएं गे।
Sweta Dutta Posted online: Tue Dec 06 2011, 00:13 hrs
New Delhi : Work on the 13.87-km Metro corridor, linking Badarpur to Faridabad, is set to begin early next year. The tenders for a section of the line have already been floated.
According to officials, contracts for four out of nine stations are likely to be finalised by the first week of January.
The elevated corridor, which is an extension of the existing Line 6 (Central Secretariat-Badarpur), will run on a standard gauge.
Delhi Metro has shortlisted nine stations for the corridor: Sarai, NHPC Chowk, Mewala Maharajpur, Sector-27A, Badkal Mor, Faridabad Old, Ajronda, Faridabad New Town and YMCA Chowk.
Tenders for stations at NHPC Chowk, Mewala Maharajpur, Sector-27A and Badkal Mor have been floated, officials said. The stipulated time period for completion of the project is 18 months from award of contract.
Officials said if the project is awarded by early-January, this section of the corridor will be complete by mid-2013.
Authorities are also preparing to float tenders for the rest of the corridor, which has received all the requisite approvals including a nod from the Ministry of Urban Development and the Empowered Group of Ministers.
With the completion of this corridor, the Metro will be connecting Delhi to three cities in the NCR — Noida and Gurgaon are already on Metro map.
Under Metro’s Phase-III, there is another proposal to link Kalindi Kunj-Botanical Garden in Noida route to South Delhi.
After completion of this line and the Faridabad corridor, travel time between Gurgaon and Faridabad will be approximately an hour, with two interchanges at Kalkaji and Hauz Khas. To reach Noida’s Botanical Garden station from Faridabad, it will take 50 minutes through an interchange at Kalkaji.
The estimated cost of the project is Rs 2,533 crore, of which Rs 100 crore has been allocated by the Centre.
फरीदाबाद में सबसे महंगा होगा सराय ख्वाजा मेट्रो स्टेशन
1 Feb 2012, 0400 hrs IST
सचिन हुड्डा ॥ फरीदाबाद
बदरपुर से वाईएमसीए तक प्रस्तावित मेट्रो के तहत फरीदाबाद में 9 मेट्रो स्टेशन बनने हैं। इनमें सबसे बड़ा फरीदाबाद का पहला मेट्रो स्टेशन यानी सराय ख्वाजा होगा। सराय ख्वाजा मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए डीएमआरसी ने 45 करोड़ रुपये जबकि शेष सभी स्टेशनों के लिए 180 करोड़ रुपये के टेंडर आमंत्रित किए हैं। डीएमआरसी ने फरीदाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट का काम जल्द से जल्द शुरू करने के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। 13.87 किमी लंबे मेट्रो कॉरिडोर के लिए 400 करोड़ रुपये और मेट्रो के पहले डिपो साइट के लिए 23 करोड़ रुपये के टेंडर जारी हो चुके हैं। इसके साथ ही 8 मेट्रो स्टेशनों के लिए दो चरणों में 90-90 करोड़ रुपये के टेंडर डीएमआरसी की ओर से आमंत्रित किए जा चुके हैं। अब डीएमआरसी की ओर से सराय ख्वाजा पर बनने वाले मेट्रो स्टेशन के लिए टेंडर आमंत्रित किया गया है।
बदरपुर से आते समय सराय ख्वाजा फरीदाबाद का पहला मेट्रो स्टेशन होगा। यह स्टेशन बदरपुर से आते समय नैशनल हाइवे के राइट साइड में बनाया जाएगा। इसके बाद एनएचपीसी चौक, मेवला महाराजपुर, सेक्टर-27 ए, बड़खल, ओल्ड फरीदाबाद, अजरौंदा, न्यू टाउन और वाईएमसीए पर मेट्रो स्टेशन रोड के लेफ्ट साइट में बनाए जाने हैं।
सराय ख्वाजा मेट्रो स्टेशन को छोड़ कर शेष सभी स्टेशनों पर नैशनल हाइवे के दोनों तरफ पार्किंग डिवेलप की जाएगी। वहीं, सराय ख्वाजा में केवल एक तरफ बड़ी पार्किंग डिवेलप की जानी है। इसलिए यह स्टेशन फरीदाबाद का सबसे बड़ा स्टेशन होगा और सबसे अधिक जमीन एक्वायर करने की जरूरत पड़ेगी। आठ स्टेशनों के निर्माण के लिए डीएमआरसी 180 करोड़ रुपये खर्च करेगी। वहीं, अकेले सराय ख्वाजा मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए डीएमआरसी ने 45 करोड़ रुपये के टेंडर आमंत्रित किया हैं। इस रकम से स्टेशन की बिल्डिंग बनाने के साथ पानी, सीवर, इंटरनल डिवेलपमेंट करने का जिम्मा भी कंस्ट्रक्शन करने वाली कंपनी का होगा। साथ ही स्टेशन के निर्माण के समय कंपनी का जिम्मा होगा की वह ट्रैफिक और निर्माण में आने वाली बाधाओं को संबंधित विभागों से मिलकर दूर करे। डीटीपी संजीव मान का कहना है कि सराय ख्वाजा पर बनने वाले मेट्रो स्टेशन के लिए सबसे अधिक 3.44 एकड़ जमीन एक्वायर की जाएगी। यह फरीदाबाद का सबसे बड़ा मेट्रो स्टेशन होगा।
वर्जन
सराय मेट्रो स्टेशन के लिए टेंडर आमंत्रित कर दिए गए हैं। 9 मार्च को टेंडर जारी कर दिए जाएंगे और स्टेशन का काम शुरू कर दिया जाएगा। स्टेशन का निर्माण करने के लिए 18 महीने का समय कंपनी को दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह फरीदाबाद का पहला मेट्रो स्टेशन होगा , इसलिए इसका डिजाइन दूसरे मेट्रो स्टेशनों से अलग होगा और इसके निर्माण में लागत भी अधिक जाएगी। उन्होंने बताया कि स्टेशन के पास बिजली सप्लाई करने के लिए छोटा सब स्टेशन भी होगा।
ए . के . गुप्ता , चीफ प्रोजेक्ट ऑफिसर , फरीदाबाद मेट्रो प्रोजेक ्ट
Users browsing this forum: No registered users and 7 guests