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मेट्रो रेल: मिट्टी के सैंपल लेने का काम शुरू
Feb 14, 08:06 pm
फरीदाबाद, जासंकें : मेट्रो रेल के पिलर के लिए मिट्टी के सैंपल लेना का काम शुरू हो गया है। वाइएमसीए चौक के पास से सेंपल लिए जा रहे हैं।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) की बदरपुर बॉर्डर से वाइएमसीए चौक तक मेट्रो रेल ले जाने की परियोजना है। परियोजना के तहत इस बीच नौ स्टेशन बनाए जाने हैं। डीएमआरसी ने पिलर खड़े करने का ठेका एक कंपनी को दिया हुआ है। कंपनी ने पिलर खड़े करने के लिए मिट्टी के सेंपल लेने शुरू कर दिए हैं, कंपनी प्रबंधन की सोच है कि एमओयू साइन होने से पहले टेस्टिंग का काम पूरा हो जाए।
मेट्रो रेल के काम में आई तेजी
Feb 15, 08:10 pm
फरीदाबाद, जागरण संवाद केंद्र : सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो अगले 10 दिनों में मेट्रो रेल के काम में तेजी आ जाएगी। राष्ट्रीय राजमार्ग के चौक-चौराहों को चौड़ा करने का काम शुरू कर दिया गया है, ताकि वाहन चालकों को मेट्रो रेल के कार्य के दौरान जाम में न फंसना पड़े। दूसरी ओर, पिलर खड़े करने के लिए मिट्टी टेस्टिंग का काम भी शुरू हो चुका है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) की बदरपुर बॉर्डर से वाइएमसीए चौक तक मेट्रो रेल ले जाने की परियोजना है। परियोजना के तहत सराय ख्वाजा, सेक्टर-37, एनएचपीसी चौक, मेवला महाराजपुर चौक, बड़खल चौक, ओल्ड फरीदाबाद और वाइएमसीए चौक तक नौ स्टेशन बनाए जाने हैं। ये स्टेशन 14 किलोमीटर के बीच बनाए जाने हैं। डीएमआरसी ने राष्ट्रीय राजमार्ग के चौक-चौराहों को चौड़ा करने का काम शुरू कर दिया है, ताकि मेट्रो रेल के कार्य के समय वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी का सामना न करना पड़े। दूसरी ओर, डीएमआरसी ने पिलर खड़े करने का ठेका एलएंडटी कंपनी को दिया हुआ है। कंपनी ने पिलर खड़े करने के लिए मिट्टी टेस्टिंग का काम शुरू कर दिया है। हालांकि डीएमआरसी की ओर से वाइएमसीए चौक तक मिट्टी टेस्टिंग का कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया है, लेकिन अब एलएंडटी कंपनी ने भी अपने स्तर पर वाइएमसीए चौक से मिट्टी टेस्टिंग का काम शुरू कर दिया है। इस सप्ताह कंपनी की कई टीमें फरीदाबाद पहुंच जाएंगी, जो मिट्टी टेस्टिंग के काम को जल्द ही सराय ख्वाजा तक पूरा कर लेंगी। अगले 10 दिनों में लोगों को मेट्रो का काम होता दिखने लगेगा।
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खर्च होंगे 2,494 करोड़
शहर में 31 अगस्त 2014 तक मेट्रो रेल लाने का समय निर्धारित किया गया है। मेट्रो रेल लाने के लिए 2,494 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उसमें केंद्र सरकार 544 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। सराय ख्वाजा पर स्टेशन बनाने का टेंडर 45 करोड़ रुपये में आमंत्रित किया गया है। अन्य आठ स्टेशनों के टेंडर 180 करोड़ रुपये में आमंत्रित किए गए हैं।
मेट्रो डिपो के लिए भूमि स्थानांतरित, काम शुरू
Story Update : Friday, February 17, 2012 12:01 AM
फरीदाबाद। शहरवासियों के मेट्रो रेल में सफर के सपने को हकीकत में बदलने का काम शुरू कर दिया गया है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) ने मेट्रो डिपो साइट के निर्माण के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) को भूमि स्थानांतरित कर दी है। बुधवार को डिपो साइट पर कब्जा लेकर डीएमआरसी ने निर्माण कार्य की शुरुआत भी कर दी।
बदरपुर-वाईएमसीए मेट्रो परियोजना के तहत सेक्टर-20 ए में मेट्रो डिपो बनाया जाना है। इसके लिए दो लाख वर्ग मीटर(तकरीबन 50 एकड़) भूमि चयनित की हुई है। दो दिन पहले ही हुडा ने डीएमआरसी को डिपो के लिए भूमि स्थानांतरित कर दी और बिना समय गंवाए निर्माण कंपनी ने बुधवार से अपना काम शुरू कर दिया। राष्ट्रीय राजमार्ग से डिपो साइट को जोड़ने वाले रास्ते को बंद कर डीएमआरसी ने बेरिकेटिंग शुरू कर दी है। मिट्टी को समतल करने का काम तेजी से जारी है। डिपो साइट के अंतर्गत कोई बड़ा निर्माण न होने से डीएमआरसी ने राहत की सांस ली है। डिपो साइट के निर्माण में पहले चरण में 23 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसके तहत डिपो साइट की बाउंड्री और भूमि को विकसित किया जाएगा। इसके लिए दस महीने का समय निर्माण कंपनी को दिया गया है। इसके बाद दूसरे चरण में डिपो साइट के लिए भवन का निर्माण किया जाएगा।
कॉरीडोर का निर्माण अगले महीने
बदरपुर-वाईएमसीए के बीच 13.875 किलोमीटर लंबे मेट्रो कॉरीडोर का निर्माण कार्य अगले महीने से शुरू हो जाएगा। डीएमआरसी ने लार्सन एंड टूब्रो कंपनी को कॉरीडोर के निर्माण का ठेका दिया है। 20 महीने में निर्माण कार्य पूरा करने का समय संबंधित कंपनी को दिया गया है।
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दिनरात चलेगा निर्माण कार्य
अगस्त-2014 तक मेट्रो रेल का तोहफा शहरवासियों को देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ऐसे में परियोजना को समय से पूरा करने के लिए दिनरात परियोजना पर काम किया जाएगा। बाकायदा, मेट्रो के अलग-अलग सेक्शन की निगरानी के लिए अलग अधिकारियों की फौज तैयार कर दी गई है।
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संयुक्त बैठक अगले सप्ताह
मेट्रो परियोजना की राह में किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो जाए, इसके लिए अगले सप्ताह तालमेल कमेटी की बैठक का आयोजन किया जाएगा। इस बैठ में डीएमआरसी, हुडा, एनएचएआई, बिजली निगम और सीएनजी आपूर्ति करने वाली कंपनी अडानी के अधिकारी शामिल होंगे।
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‘डिपो के लिए जमीन स्थानांतरित कर दी गई है। तेजी के साथ परियोजना पर काम शुरू कर दिया गया है। अगले दो सप्ताह में एमओयू पर हस्ताक्षर हो जाएंगे, जिसके बाद बजट की अगली किस्त जारी की जाएगी।’
-अमनीत पी कुमार, नोडल अधिकारी-फरीदाबाद मेट्रो रेल परियोजना
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- 1.80 लाख यात्री रोजाना करेंगे फरीदाबाद मेट्रो में सफर
- 50 एकड़ जमीन पर किया जाएगा मेट्रो डिपो का निर्माण
- 20 एकड़ जमीन पर डीएमआरसी का रेजिडेंशियल जोन होगा
डीएमआरसी को 70 एकड़ जमीन ट्रांसफर
18 Feb 2012, 0900 hrs IST
एनबीटी न्यूज ।। फरीदाबाद
फरीदाबाद मेट्रो के लिए हूडा ने डीएमआरसी को जमीन ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तक हूडा डीएमआरसी को लगभग 70 एकड़ जमीन दे चुका है। एमओयू साइन होने के बाद हूडा दूसरी साइटें भी डीएमआरसी को सौंप देगा।
सेक्टर-20ए में मेट्रो डिपो साइट के लिए 50 एकड़ जमीन डीएमआरसी को ट्रांसफर कर दी गई है। इसके साथ ही हूडा ने कंस्ट्रक्शन सामग्री रखने के लिए 10 साइटें में 20 एकड़ जमीन भी सौंप दी हैं। सेक्टर-27 सी, सेक्टर-27 बी, सेक्टर-31, सेक्टर-27 ए में एक-एक साइट, जबकि सेक्टर-20 ए में दो, सेक्टर-20 बी में एक और सेक्टर-12 में दो साइटें हैं। सभी 10 साइटें डीएमआरसी को 4 साल के लिए दी गई हैं। वहीं एमओयू साइन हो जाने के बाद दूसरे चरण में सेक्टर-20 बी में 10 एकड़ जमीन डीएमआरसी को कमर्शल यूज के लिए दी जाएगी। इसके साथ ही सेक्टर-56 या 56ए में ढाई एकड़ जमीन मेट्रो के स्टाफ क्वॉर्टर बनाने के लिए ट्रांसफर की जाएगी। मेट्रो स्टेशनों के लिए जमीन तीसरे चरण में दी जाएगी।
हूडा प्रशासक अमनीत पी कुमार ने बताया कि डीएमआरसी को जमीन ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि एमओयू साइन होने के बाद डीएमआरसी जल्द से जल्द अपना काम शुरू कर सके।
सेक्टर-31 और ओल्ड सिटी के बीच से शुरू होगा काम
18 Feb 2012, 0900 hrs IST
फरीदाबाद में मेट्रो के निर्माण कार्य की शुरुआत सेक्टर-31 के पास मेवला महाराजपुर में प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन और ओल्ड फरीदाबाद के बीच से की जाएगी। पहले चरण में डीएमआरसी इन दोनों जगहों के बीच आने वाली बिजली की लाइनों को हटाने का काम करेगा। जिस पर करीब 61 लाख रुपये खर्च होंगे। इन लाइनों को हटाने के लिए डीएमआरसी ने टेंडर आमंत्रित किए हैं।
बदरपुर से वाईएमसीए तक मेट्रो के रास्ते में 3 सब स्टेशनों को जोड़ने वाली लाइनें आ रही हैं। जिसमें ए-2 सबस्टेशन से नॉर्दर्न इंडिया, ईदगाह सबस्टेशन और एस्कॉर्ट-2 सबस्टेशन को जोड़ने वाली 66 केवी लाइन के साथ घरों तक बिजली सप्लाई करने वाली 11 केवी की लाइनें भी शामिल हैं। इसके अलावा पल्ला सबस्टेशन से पाली सबस्टेशन को जोड़ने वाली 220 केवी की लाइन एनएचपीसी चौक के पास बुढि़या नाले पर और पल्ला सबस्टेशन से एनएच-3 सबस्टेशन को जोड़ने वाली 66 केवी लाइन भी मेट्रो के रास्ते में बाधा बनी हुई हैं। पहले चरण में डीएमआरसी नैशनल हाइवे के साथ जुड़ी 11 केवी की छोटी लाइनों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। मेवला महाराजपुर से ओल्ड फरीदाबाद के बीच लगभग 3 किलोमीटर के हिस्से में लगी डीएचबीवीएन की लाइनों को हटाने के लिए डीएमआरसी ने टेंडर आमंत्रित किए हैं। 29 फरवरी को टेंडर खोले जाएंगे।
वर्जन
बिजली की लाइनों को शिफ्ट करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिन जगहों पर छोटी लाइनें हैं पहले उन्हें शिफ्ट किया जाएगा, ताकि बाद में वहां आसानी से काम शुरू किया जा सके। इसके बाद दूसरी जगहों की लाइनों को शिफ्ट किया जाएगा। - ए. के. गुप्ता, चीफ प्रोजेक्ट ऑफिस, फरीदाबाद मेट्रो
मेट्रो निर्माण की बाधाएं 27 को दूर होंगी
Feb 23, 01:00 am
फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता : महत्वाकांक्षी मेट्रो रेल परियोजना का निर्माणाधीन कार्य युद्धस्तर पर शुरू हो गया है। निर्माण वाली कुछ जगहों पर निर्माण कार्य में बाधाएं आ रही हैं। उन्हें दूर करने के लिए 27 फरवरी को उच्चस्तरीय बैठक होने जा रही है। बैठक में हुडा, डीएमआरसी और सरकारी विभाग समेत 11 कंपनियों के बोर्ड प्रमुख भाग लेंगे।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली बार्डर से लेकर वाईएमसीए चौक तक नौ मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित हैं। इस बीच में निर्माण का काम शुरू हो गया है। कई जगहों पर बिजली के तार, टेलीफोन के तार, सीवरेज, रोड आदि निर्माण कार्य के बीच में आ रहे हैं। जहा पिलर बनने हैं, वहां लोगों का आवागमन हो रहा है और इन सबको रोकने के लिए ही बैठक आयोजित की जा रही है।
उच्चस्तरीय बैठक में हुडा व डीएमआरसी के अलावा नगर निगम फरीदाबाद, डीएफओ, अदानी गु्रप, एनएचआइ, दक्षिण हरियाणा विद्युत वितरण कंपनी, टर्बो प्राइवेट लिमिटेड, पीडब्ल्यूडी, वन विभाग आदि सरकारी विभाग व निजी कंपनियां, जो मेट्रो परियोजना से जुड़ी हैं, भाग लेंगी।
बैठक के मुद्दे : दरअसल, बैठक के विषय में हुडा व डीएमआरसी की ओर से बैठक में भाग लेने वाले प्रमुखों को पहले ही बता दिया गया। निर्माण के काम में जितनी रोड आ रही हैं, वहां पीडब्ल्यूडी को रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा जाएगा। बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने के लिए बिजली निगम को कहा जाएगा। एमसीएफ को सीवरेज व अदानी को गैस पाइप लाइन के विषय में दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
कहते हैं अधिकारी : फरीदाबाद मेट्रो रेल के नोडल अधिकारी व हुडा प्रशासक अमनीत पी. कुमार ने बताया कि विभिन्न सरकारी विभागों व निजी कंपनियों को बैठक के बावत सूचना दे दी गई है। बैठक में जिन मुद्दों को सुलझाया जाना है, उसके विषय में भी तैयारी करके आने को कहा गया है।
डीएमआरसी के प्रोजेक्ट अधिकारी पीके शर्मा ने बताया कि मेट्रो परियोजना को किसी भी कीमत पर निर्धारित अवधि में पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने बताया कि मेट्रो निर्माण कार्य में अभी बहुत बाधाएं आ रही हैं, लेकिन 27 फरवरी की बैठक के बाद सभी बाधाओं पर ब्रेक लग जाएगा
मेट्रो निर्माण के लिए पेड़ काटने की अनुमति
Feb 24, 02:01 am
फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता : मेट्रो निर्माण के दौरान बीच में आने वाले सैकड़ों पेड़ों को काटने का रास्ता अब साफ हो गया है। उसके लिए वन विभाग ने अनुमति दे दी है। कितने पेड़ काटे जाएंगे, इसकी सूची डीएमआरसी की ओर से वन विभाग को सौंप दी गई है। पेड़ों को काटने के लिए वन विभाग से अनुमति ली गई है।
बृहस्पतिवार को डीएमआरसी की ओर से वन विभाग कार्यालय में काटे जाने वाले पेड़ों की सूची सौंप दी गई।
बता दें कि मेट्रो निर्माण वाली कुछ जगहों पर पेड़ आडे़ आ रहे थे। दिल्ली बार्डर से लेकर वाईएमसीए चौक तक प्रस्तावित नौ मेट्रो स्टेशनों के बीच 102 पेड़ आ रहे हैं, जो वन विभाग के अधिकृत क्षेत्र में आते हैं। डीएमआरसी के प्रोजेक्ट अधिकारी पीके शर्मा ने कहा कि मेट्रो के निर्माण में किसी भी तरह का उल्लघंन नहीं किया जाएगा।
मेट्रो को लेकर आज होगी मीटिंग
27 Feb 2012, 0900 hrs IST
एनबीटी न्यूज ॥ फरीदाबाद : बदरपुर से वाईएमसीए तक प्रस्तावित मेट्रो लाइन का काम जल्द से जल्द शुरू करने के लिए सोमवार को हूडा कार्यालय में मीटिंग होनी है। मीटिंग में मेट्रो के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करने के साथ ही मेट्रो का काम जल्द शुरू करने पर चर्चा की जाएगी। इसमें हूडा अधिकारियों के साथ डीएमआरसी, बिजली व टेलिफोन विभाग के साथ नगर निगम के अधिकारी भी हिस्सा लेंगे।
हूडा प्रशासक और फरीदाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट की नोडल अफसर अमनीत पी. कुमार ने बताया कि फरीदाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए सोमवार को उन्होंने अपने दफ्तर में मीटिंग बुलाई है। उन्होंने बताया कि मेट्रो अलाइनमेंट के रास्ते में बिजली की लाइनंे, सीवर लाइनें, पानी की लाइनें, टेलीफोन लाइनें और पेड़ आदि आ रहे हैं। इन्हें शिफ्ट किए बिना मेट्रो का काम शुरू नहीं किया जा सकता। इसलिए हम लोगों ने सोमवार को मीटिंग में सभी संबंधित अधिकारियों को बुलाया है। उन्होंने बताया कि सभी संबंधित विभागों ने अपने अंडर आने वाली चीजों का सर्वे कर लिया है जो मेट्रो के रास्ते में आ रही हैं। उन विभागों के अधिकारी अपनी रिपोर्ट और लाइनों आदि को हटाने में आने वाला खर्च डीएमआरसी को दंेगे और डीएमआरसी अपने खर्च पर खुद सभी बाधाओं को रास्ते से दूर करेगी। सिर्फ गैस की लाइन गैस मुहैया कराने वाली कंपनी हटवाएगी।
मेट्रो की मीटिंग पर लगा ब्रेक
28 Feb 2012, 0900 hrs IST
एक संवाददाता ॥ फरीदाबाद
मेट्रो के काम को रफ्तार देने के लिए सोमवार को हूडा कार्यालय में बुलाई गई सभी विभागों की मीटिंग स्थगित कर दी गई है। इस मीटिंग में कुछ अहम फैसले लिये जाने थे। हूडा प्रशासक के मुताबिक एनएचएआई की तरफ से कुछ परेशानी थी, ऐसे में इस मीटिंग को कैंसल करना पड़ा। अगली मीटिंग 1 मार्च को रखी गई है। इस मीटिंग के आधार पर ही मेट्रो के काम में आ रही रुकावटों पर निर्णय लिया जाएगा।
फरीदाबाद में मेट्रो के काम ने रफ्तार पकड़नी शुरू ही की थी, कि कुछ विभागों की वजह से इसमें रुकावटें पैदा हो गईं। पिछले हफ्ते डीएमआरसी ने नैशनल हाइवे के किनारे मिट्टी के सेंपल लेने का काम शुरू किया था, लेकिन इस काम पर एनएचएआई ने आपत्ति जताई। उसका कहना था कि एनएचएआई से डीएमआरसी ने लिखित रूप में इजाजत नहीं ली है। दूसरी तरफ, वन विभाग से भी डीएमआरसी ने मेट्रो के निर्माण में बांधा डाल रहे पेड़ों को काटने की इजाजत नहीं ली है। इसके अलावा रास्ते में आ रहे बिजली के तार, गैस लाइन, सीवर लाइन आदि को दूसरी जगह शिफ्ट करना है। इन सभी मुद्दों को लेकर मेट्रो की नोडल ऑफिसर व हूडा प्रशासक अमनीत पी. कुमार ने वन विभाग, नगर निगम, हूडा विभाग, डीएमआरसी, नैशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, डीएचबीवीएन, पीडब्ल्यूडी व अन्य प्राइवेट एजेंसियों को एक साथ इकट्ठा करके उनमें आपसी तालमेल की योजना बनाई थी। मगर इस मीटिंग को कैंसल करना पड़ा।
हूडा प्रशासक का कहना है कि सभी विभागों को सूचित कर दिया गया था, लेकिन आखिरी क्षणों में मीटिंग कैंसल करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि फिलहाल मेट्रो के निर्माण कार्य में कोई बाधा नहीं है। 27 फरवरी की मीटिंग को एनएचएआई के मीटिंग में आने में असमर्थता जताने की वजह से कैंसल करना पड़ा। अगली मीटिंग 1 मार्च को रखी गई है।
विवाद न सुलझा तो अटक सकता है मेट्रो का निर्माण
Feb 28, 06:58 pm
फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता : दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बीच विवाद घटने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। डीएमआरसी की ओर से मंगलवार को मेट्रो निर्माण की साइट पर लिए जाने वाले मिट्टी के नमूनों को एनएचएआइ ने रुकवा दिया।
यह तीसरा मौका था जब एनएचएआइ की ओर से मिट्टी की नाप नहीं ली जाने दी गई। बार-बार एनएचएआइ की ओर से लगाए जा रहे अड़ंगे से मेट्रो का काम धीमा हो गया है। अड़ंगे के कारण ही दस दिनों पहले से प्रस्तावित बैठक भी नहीं हो सकी। बैठक में सरकारी विभागों सहित कुल 11 निजी कंपनियां भाग लेने वाली थीं।
दरअसल, एनएचएआइ मेट्रो का निर्माण अपने मुताबिक कराना चाहता है, लेकिन डीएमआरसी का कहना है कि निर्माण उनके अनुसार होगा। दोनों के बीच यह विवाद 40 दिनों से चल रहा है। विवाद को सुलझाने के लिए हुडा प्रशासक व मेट्रो की नोडल अधिकारी ने 27 को बैठक बुलाई थी। उसमें एनएचएआइ शामिल नहीं हुआ।
मेट्रो निर्माण करने वाली निजी कंपनी लार्सन एवं टुब्रो के अधिकारी संदीप कुमार कहते हैं कि दोनों कंपनियों के विवाद से उनका काफी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि निर्माण के लिए उन्होंने कई मशीनें दूसरी जगहों से हायर की हैं, जिनका बेवजह पैसा देना पड़ रहा है। फरीदाबाद मेट्रो की नोडल अधिकारी व हुडा प्रशासक अवनीत पी. कुमार का कहना है कि बैठक के विषय में एनएचएआइ को दोबारा बैठक में आने के लिए कहा गया है। उनकी भी समस्या सुनी जाएगी। उम्मीद है कि अगली बैठक में उनकी उपस्थिति होगी और विवाद को सुलझा लिया जाएगा।
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