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5 महीने बाद मिल जाएगा नया पुल
13 Sep 2011, 0400 hrs IST
नहर पार इलाके में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए अब लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। 5 महीने बाद ही नहर पार करने के लिए लोगों को नया पुल सौंप दिया जाएगा। आगरा नहर पर सेक्टर -2 के पास बन रहे इस पुल का निर्माण तेजी से चल रहा है। यह पुल सेक्टर -2 पर बाईपास रोड , आईएमटी और नहर पार के काफी गांवों को जोड़ेगा। अधिकारियों का कहना है कि फरवरी 2012 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
6 लेन का होगा नया पुल
लगभग साढ़े 5 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पुल को यूपी सिंचाई विभाग बना रहा है। हरियाणा इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलमेंट कॉरपोरेशन इसकी लागत का भुगतान कर रहा है। लगभग 40 मीटर चौड़ा यह पुल 6 लेन का होगा , जिस पर जाम की आशंका काफी कम होगी। फिलहाल नहर के दोनों तरफ पुल के लिए फाउंडेशन तैयार की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि फरवरी तक पुल का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद आईएमटी के काम में भी रफ्तार आएगी। पिछले दिनों एचएसआईआईडीसी ने तेजी से आईएमटी का निर्माण कार्य शुरू किया था , लेकिन बारिश के चलते काम ठप पड़ा है।
एचएसआईआईडीसी के डीजीएम भागमल का कहना है कि पुल का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। अगले साल फरवरी में पुल को तैयार कर लोगों को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जैसे - जैसे आईएमटी का विकास होगा , उस विकास को देखते हुए एक और पुल बाईपास रोड को आईएमटी से जोड़ने के लिए बनाया जाएगा। यह पुल साहुपुरा के पास से आगरा नहर के ऊपर से गुजरकर आईएमटी से जुड़ेगा। बारिश का मौसम खत्म होने के बाद आईएमटी के काम में भी रफ्तार आएगी।
कम चौड़ा है मौजूदा पुल
चंदावली के पास बाईपास रोड पर बन रहे इस पुल के साथ चंदावली का पुल बना हुआ है। उसका निर्माण अंग्रेजों के वक्त हुआ था। इसकी हालत भी खस्ता है। रोजाना हजारों लोग इससे होकर गुजरते हैं। इसकी चौड़ाई कम होने के कारण भारी वाहनों को यहां से गुजरने में काफी परेशानी होती है। अक्सर यहां भारी जाम भी लग जाता है , जो घंटों नहीं खुलता। नए पुल के निर्माण के बाद नहर पार के सैकड़ों गांवों के लाखों लोगों को जाम से राहत मिलेगी और लोगों का फरीदाबाद के साथ बल्लभगढ़ तक का सफर आसान हो जाएगा।
हुडा ने तलाशे चार नए पुलों की लोकेशन
Story Update : Tuesday, October 11, 2011 12:01 AM
फरीदाबाद। गे्रटर फरीदाबाद और फरीदाबाद के बीच की दूरियों को समेटने की महत्वाकांक्षी योजना का खाका तैयार कर लिया गया है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) ने कनेक्टिविटी के लिए चार नए पुलों की लोकेशन तलाश ली है। पुल बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर उत्तर प्रदेश और हरियाणा सिंचाई विभाग को भेज दिया गया है।
गे्रटर फरीदाबाद से कनेक्टिविटी के लिए कुल छह पुलों का प्रावधान किया गया है, जिसमें से एक पुल कंस्ट्रक्शन कंपनी बीपीटीपी ने पहले ही तैयार किया हुआ है। जबकि पांच अन्य पुलों के निर्माण का जिम्मा हुडा उठाएगा। हुडा की इंजीनियरिंग शाखा ने एक पुल की लोकेशन पहले ही तलाश ली थी और इसका बजट प्रस्ताव भी तैयार हो चुका है। जबकि चार अन्य पुलों की लोकेशन हाल ही में जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) के जरिए कराए गए सर्वे से तलाश ली गई है। हुडा प्रशासन ने जीपीएस सर्वे और साइट विजिट के आधार पर लोकेशन को मंजूरी दे दी है और नए पुलों का प्रस्ताव तैयार कर उत्तर प्रदेश व हरियाणा सिंचाई विभाग को भेजा गया है। क्योंकि आगरा कैनाल के ऊपर से उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग और गुड़गांव कैनाल के ऊपर से हरियाणा सिंचाई विभाग पुलों का निर्माण करेगा और इसका खर्च हुडा वहन करेगा।
आगरा और गुड़गांव कैनाल के ऊपर से होकर निकलने वाले सभी पुल फोर लेन होंगे। सभी छह पुल बाईपास और मास्टर रोड को आपस में जोड़कर फरीदाबाद-गे्रटर फरीदाबाद की नजदीकियां बढ़ाएंगे। हुडा की इंजीनियरिंग शाखा के अनुसार, दोनों कैनालों के ऊपर से गुजरकर बाईपास व मास्टर रोड को छूने वाले इन पुलों की लंबाई करीब १५० मीटर की होगी। हुडा प्रशासक अजीत बालाजी जोशी ने बताया कि बजट प्रस्ताव तैयार होने के बाद मंजूरी के लिए सरकार को भेजा जाएगा। इस प्रक्रिया पर तेजी से काम शुरू कर दिया गया है।
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कहां-कहां बनेंगे पुल
. गे्रटर फरीदाबाद के सेक्टर-७५ की आउटर पैरीफेरल से फरीदाबाद के सेक्टर-८ व ९ होंगे कनेक्ट।
. सेक्टर-८७ की आउटर पैरीफेरल से सेक्टर-१८ व २९ की डिवाइडिंग पर मिलेगी कनेक्टिविटी।
. सेक्टर-८१ व ८६ की डिवाइडिंग से सेक्टर-१४ व १५ की डिवाइडिंग को किया जाएगा कनेक्ट।
. सेक्टर-७४ व ७५ की डिवाइडिंग से सेक्टर-३ व ८ की डिवाइडिंग पर दी जाएगी कनेक्टिविटी।
. सेक्टर-८६ व ८७ की डिवाइडिंग को टच करते हुए सेक्टर-१७ व १८ को किया जाएगा कनेक्ट।
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सभी मुख्य चौराहे होंगे कवर
प्रस्तावित पुलों के निर्माण के बाद हाइवे पर स्थित सभी मुख्य चौराहे कवर हो जाएंगे। सेक्टर-७५ आटर पैरीफेरल से सीधे वाईएमसीए के रास्ते बाटा चौक होते हुए एनआईटी जाया जा सकेगा। सेक्टर-८७ पैरीफेरल से बड़खल चौक होते हुए सीधे सूरजकुंड जाया जा सकेगा। इसके अलावा गुड ईयर चौक, ओल्ड फरीदाबाद चौक, मैग्पाई चौक भी सीधे जुड़ जाएंगे।
मेट्रो का रास्ता होगा आसान
सभी मुख्य चौराहों पर मेट्रो स्टेशनों का निर्माण भी होना है। ऐसे में ग्रेटर फरीदाबाद के लोग बना समय गंवाए मेट्रो स्टेशनों तक का सीधा सफर तय कर सकेंगे और फिर मेट्रो के रास्ते अगला पड़ाव तय कर सकेंगे।
दो पुलों के लिए यूपी के सिंचाई विभाग से मांगी मंजूरी
7 Nov 2011, 0400 hrs IST
एनबीटी न्यूज॥ फरीदाबाद : ग्रेटर फरीदाबाद को फरीदाबाद से जोड़ने के लिए आगरा और गुड़गांव नहर पर हूडा को 6 जगहों पर पुल बनाने हैं। इसमें एक पुल का निर्माण एक कंपनी कर चुकी है। अब बचे पांच पुलों में से हूडा ने दो पुलों का निर्माण करने के लिए यूपी के सिंचाई विभाग से मंजूरी मांगी है।
दरअसल, पुलों की लोकेशन तय करने के लिए हूडा ने पिछले दिनों जीपीएस सर्वे कराया था। आगरा नहर पर यूपी के सिंचाई विभाग का मालिकाना हक है और उस पर होने वाले निर्माण के लिए उनसे मंजूरी लेना जरूरी है। लेकिन फिलहाल अभी सेक्टर-17 व 18 की डिवाइडिंग रोड से ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर 86 व 87 को जोड़ने वाले पुल और सेक्टर-8 व 3 की डिवाइडिंग रोड को ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-74 व 75 से जोड़ने वाले पुल के निर्माण की मंजूरी यूपी के सिंचाई विभाग से मांगी गई है। हूडा एसई टी. डी. चोपड़ा का कहना है कि दो पुलों को छोड़ कर बाकी तीन पुलों के रास्ते में अवैध निर्माण आ रहे हैं। इसलिए हमने अभी केवल दो पुलों की ही मंजूरी मांगी है। जब अवैध निर्माण हट जाएंगे तब बाकी पुलों के लिए मंजूरी मांगी जाएगी।
आगरा कैनाल पर पुलों का निर्माण जल्द कराएं
Story Update : Wednesday, November 23, 2011 12:03 AM
फरीदाबाद। जिला उपायुक्त डॉ. राकेश गुप्ता ने निर्देश दिए हैं कि बदरपुर बॉर्डर से जिले से गुजर रही आगरा कैनाल और गुड़गांव कैनाल के विभिन्न स्थानों पर प्रस्तावित सात पुलों का निर्माण युद्धस्तर पर पूरा कराया जाए। मंगलवार को लघु सचिवालय में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग, वन विभाग, नगर निगम फरीदाबाद, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा), सिंचाई विभाग फरीदाबाद के अफसरों की बैठक में उन्होंने ये निर्देश दिए। इस दौरान दोनों प्रदेशों के संबंधित विभागों के अफसरों में प्रस्तावित विकास कार्य शुरू करने पर चर्चा हुई।
बैठक में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रेमचंद ने विकास कार्य शुरू कराने में पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया। वन विभाग से एनओसी का आवेदन करते ही आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। डीसी ने जिला वन अधिकारी गौतमबुद्ध नगर से वार्ता के बाद जिला वन अधिकारी और निगम के चीफ इंजीनियर को निर्देश दिए कि यूपी के वन विभाग से एनओसी के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए।
गुड़गांव नहर पर एक पुल का बजट पेश
9 Dec 2011, 0400 hrs IST
एनबीटी न्यूज ॥ फरीदाबाद : ग्रेटर फरीदाबाद और फरीदाबाद को जोड़ने के लिए आगरा और गुड़गांव नहर पर पांच पुल तैयार करने की कवायद तेज होती जा रही है। हूडा के साथ-साथ जिला प्रशासन ने भी इस प्रोजेक्ट में रुचि दिखाई है। इसके लिए डीसी राकेश गुप्ता ने पिछले दिनों हूडा अधिकारियों से बातचीत की थी, जिसमें उन्होंने फरीदाबाद की तरफ से हर सेक्टर की डिवाइडिंग रोड से ग्रेटर फरीदाबाद को जोड़ने की बात की है। हूडा ने हरियाणा और यूपी के सिंचाई विभाग से आगरा और गुड़गांव नहरों के लिए पुलों का एस्टिमेट मांगा है। हरियाणा सिंचाई विभाग ने एक पुल के लिए अपने हिस्से का 5 करोड़ 84 लाख का बजट हूडा के सामने पेश भी कर दिया है और हूडा ने पुल के सर्वे के लिए 25 लाख रुपये हरियाणा सिंचाई विभाग में जमा भी करा दिए है।
हूडा एसई टी. डी. चोपड़ा का कहना है कि जल्द ही यूपी सिंचाई विभाग से भी उनके हिस्से का बजट मिल जाएगा जिसके बाद पुल की लागत का पता चलेगा और हम बजट को मंजूरी के लिए उच्च अधिकारियों के पास भेजेंगे।
२५ लाख में होगा एक पुल का सर्वे
Story Update : Friday, December 09, 2011 12:01 AM
फरीदाबाद। गे्रटर फरीदाबाद को पुराने फरीदाबाद से जोड़ने के प्रयास तेज हो गए हैं। गुड़गांव कैनाल के ऊपर से पुल का निर्माण करने के लिए हरियाणा सिंचाई विभाग ने ५.८४ करोड़ रुपये का बजट प्रस्ताव तैयार कर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(हुडा) को सौंप दिया है। हुडा ने सिंचाई विभाग को एक पुल के सर्वे के लिए २५ लाख रुपये अलॉट भी कर दिए हैं।
गे्रटर फरीदाबाद के हजारों निवेशकों की मांग और जिला प्रशासन की सख्ती के बाद कनेक्टिविटी योजना रफ्तार पकड़ती दिखाई दे रही है। हालांकि जिला प्रशासन ने नेशनल हाईवे से बाईपास को जोड़ने वाली सभी डिवाइडिंग रोड को कनेक्ट करते हुए कैनाल के ऊपर से पुल बनाने की हिदायत हुडा को दी है। लेकिन फिलहाल एक ही पुल की लोकेशन के आधार पर इसके निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू करने के लिए काम किया जा रहा है। गुड़गांव व आगरा कैनाल के ऊपर से करीब डेढ़ किलोमीटर लंबे पुल को बनाने के लिए बजट प्रस्ताव भी तीन चरणों में तैयार होना है। अपने हिस्से के लिए हुडा खुद प्रस्ताव तैयार करेगा, जबकि उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग आगरा कैनाल के ऊपरी हिस्से का प्रस्ताव तैयार करेगा। गुड़गांव कैनाल के ऊपरी हिस्से पर पुल बनाने के लिए हरियाणा सिंचाई विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर हुडा को सौंप दिया है।
सेक्टर-८७ की आउटर पैरीफेरल से सेक्टर-१८ व २९ की डिवाइडिंग को जोड़ने के लिए जल्द हरियाणा सिंचाई विभाग सर्वे शुरू कर देगा। हुडा के अधीक्षण अभियंता टीडी चोपड़ा ने बताया कि उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग से बजट प्रस्ताव मिलने के बाद हम अंतिम प्रस्ताव तैयार करेंगे।
एक नहीं तीन पुलों से चलेगा काम
Story Update : Sunday, January 08, 2012 12:01 AM
फरीदाबाद। मास्टर रोड को मंजूरी मिलने के बाद गे्रटर फरीदाबाद के हजारों निवेशकों की जान में जान आ गई है। अब गे्रटर फरीदाबाद से फरीदाबाद के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए निवेशकों ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। निवेशकों के दबाव में हुडा की इंजीनियरिंग शाखा ने पुलों की लोकेशन तय करने के लिए सर्वे शुरू कर दिया है।
निवेशकों ने हुडा अधिकारियों के समक्ष एक नहीं बल्कि कम से कम तीन पुलों के निर्माण की मांग रखी है। हालांकि हुडा ने सबसे पहले सेक्टर-७४ व ७५ की डिवाइडिंग से सेक्टर-३ व ८ की डिवाइडिंग को पुल के माध्यम से जोड़ने का निर्णय लिया है। बाकायदा, इसके लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा वन विभाग को प्रस्ताव भेज दिया है। अब गे्रटर फरीदाबाद के निवेशकों ने सबसे पहले गे्रटर फरीदाबाद के सेक्टर-८७ की आउटर पैरीफेरल से सेक्टर-१८ व २९ की डिवाइडिंग को पुल के जरिए जोड़ने की मांग उठाई है। निवेशकों का कहना है कि इस पुल के निर्माण के बाद ही हाल-फिलहाल निवेशकों को राहत मिल पाएगी। इसके अलावा सेक्टर-७५ की आउटर पैरीफेरल से फरीदाबाद के सेक्टर-८ व ९ की डिवाइडिंग पर पुल बनाने की मांग भी उठाई गई है। निवेशकों के दबाव में हुडा ने इन दो पुलों के लिए सर्वे शुरू कर दिया है।
हुडा के अधीक्षण अभियंता टीडी चोपड़ा ने बताया कि हुडा की तरफ से आगरा और गुड़गांव कैनाल के ऊपर सात पुल बनाकर गे्रटर फरीदाबाद और फरीदाबाद के बीच की दूरी कम की जाएगी। फिलहाल, सेक्टर-७४ व ७५ की डिवाइडिंग से सेक्टर-३ व ८ की डिवाइडिंग पर पुल बनाने की तैयारी है। लेकिन अन्य दो पुलों के लिए सर्वे किया जा रहा है। जल्द ही यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
ruchirjain wrote:2 laned bridges??? When will we start building keeping future needs in mind...
बेहतर लोकेशन पर ही बनेंगे पुल
27 Feb 2012, 0900 hrs IST
एनबीटी न्यूज ॥ फरीदाबाद
ग्रेटर फरीदाबाद और फरीदाबाद के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए हूडा आगरा और गुड़गांव नहर पर नए पुल बनाने की प्लानिंग में लगा हुआ है। इसके तहत हूडा ने अब पुलों की सही संख्या और पुलों की सही लोकेशन जांचने के लिए निशानदेही का काम शुरू कर दिया है। हूडा बाईपास रोड से मास्टर रोड को जोड़ने के लिए 6 जगहों पर निशानदेही का काम करेगा। जिन जगहों पर पुल बनाने से ज्यादा से ज्यादा लोगों को सहूलियत होगी , वहां पर पुल बनाने का काम शुरू किया जाएगा।
फरीदाबाद और ग्रेटर फरीदाबाद को आगरा और गुड़गांव नहर दो हिस्सों में बांटती हैं। दोनों इलाकों में कनेक्टिविटी करने के लिए कई जगहों पर पुल बनाए गए हैं , लेकिन पुल काफी पुराने हो चुके हैं और काफी छोटे भी हैं। इसलिए हूडा आगरा नहर पर नए पुल बनाने जा रहा है। हूडा का प्रयास है कि फरीदाबाद की तरफ बने हुए बाईपास रोड पर फरीदाबाद की तरफ से जितनी भी डिवाइडिंग रोड पड़ती हैं उन्हें दोनों नहरों को पार कर ग्रेटर फरीदाबाद में बनने वाले मास्टर रोड से जोड़ा जाए। पुलों की सही लोकेशन और सही संख्या का पता लगाने के लिए हूडा अधिकारियों ने 6 जगहों पर निशानदेही का काम शुरू कर दिया है। रविवार को भी हूडा अधिकरियों ने पुलों की निशानदेही का काम जारी रखा।
हूडा ईएक्सईएन ए . के . माकन ने बताया कि हम लोगों ने 6 जगहों पर पुलों के लिए निशानदेही का काम शुरू कर दिया है। सेक्टर -3 और 8 की डिवाइडिंग रोड से बनने वाले पुल की लोकेशन साफ है , बाकी पुलों की निशानदेही का काम भी अगले 4 - 5 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। हम लोग निशानदेही के दौरान देख रहे हैं कि बाईपास रोड से शुरू होकर पुल मास्टर रोड पर किस जगह मिल रहे हैं और किस जगह पुल बनने से अधिक से अधिक लोगों को इसका फायदा मिलेगा। जिन जगहों से अधिक लाभ होगा वहां निशानदेही की जा रही है। इसके साथ ही किस लोकेशन पर पुलों के रास्ते में रुकावटें आ रही हैं और कहां से काम आसानी से पूरा हो सकता है। इसके बाद ही पुलों की निश्चित संख्या का पता चल जाएगा।
आगरा नहर के पुलों का निर्माण तय नहीं
Feb 28, 12:32 am
सुभाष डागर, बल्लभगढ़ :
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद आगरा नहर के दो पुलों का प्रशासनिक स्तर पर यह तय नहीं हो पा रहा है कि कौन सा विभाग बनाएगा। घोषणा को हुए करीब पौने चार वर्ष चुके हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा आठ जून-2008 को राज्य स्तरीय महाराणा प्रताप जयंती समारोह में भाग लेने बल्लभगढ़ अनाज मंडी आए थे। उस समारोह में मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर ने मुख्यमंत्री से आगरा नहर के तिगांव, चंदावली, फतेहपुर बिल्लौच तथा मांदकौल पुल की मांग की थी। मांग पर मुख्यमंत्री ने तिगांव और चंदावली को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) द्वारा तथा फतेहपुर बिल्लौच व मांदकौल को लोक निर्माण विभाग से बनवाने की घोषणा की थी।
किस पुल का क्या है स्तर
लोक निर्माण विभाग ने फतेहपुर बिल्लौच तथा मांदकौल पुल को बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग को निर्माण बजट राशि दे दी है। पुल का निर्माण उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग करेगा। वजह, आगरा नहर पर नियंत्रण उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग का है। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने फतेहपुर बिल्लौच व मांदकौल पुल को बनाने के लिए कई बार निविदाएं आमंत्रित की, लेकिन अभी तक किसी भी निर्माण कंपनी ने ठेका नहीं लिया है। तिगांव और चंदावली पुल को बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग को अभी तक न तो हुडा विभाग ने कोई पैसा दिया है और न ही लोक निर्माण विभाग ने। ऐसे में उक्त पुलों का भविष्य अज्ञात है। हुडा के अधीक्षण अभियंता टीडी चोपड़ा कहते हैं कि उनके पास तो किसी भी पुल को बनाने की मुख्यमंत्री की कोई घोषणा नहीं है।
इस संबंध में उपायुक्त डा. राकेश गुप्ता ने मासिक बैठक में 22 फरवरी को लोकनिर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता राम अवतार हुड्डा से विभाग के उच्च अधिकारियों से चंदावली व तिगांव पुल का पैसा जमा कराने के लिए आदेश दिए थे। उपायुक्त के आदेश के बाद कार्यकारी अभियंता हुड्डा का कहना है कि उन्होंने अपने विभाग के मुख्य अभियंता को पत्र लिखकर पूछा तो उन्होंने कहा है कि उनके पास दो पुलों के बारे में सरकार के आदेश आए थे। इसलिए दोनों पुलों को बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग को पैसा दे दिया है। यदि सरकार चारों पुलों के लिए आदेश देती तो चारों पुलों का भी पैसा जमा करा देते। इस तरह से तिगांव और चंदावली पुल के निर्माण की योजना खटाई में पड़ गई है।
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