by yadav_ajay » Sat Apr 07, 2012 8:47 pm
Source : Dainik Bhaskar, Dated 07th April'12
सर्कल रेट 90 लाख मुआवजा 16 लाख
भास्कर न्यूज त्न फरीदाबाद
नहरपार रेजिडेंशियल जोन में आने वाले 16 गांवों का सर्कल रेट 60 लाख से बढ़ाकर 90 लाख रुपए प्रति एकड़ कर दिया गया है लेकिन जब किसानों को मुआवजा देने की बारी आती है इस रेट को नजरअंदाज कर दिया जाता है। यह आरोप है बड़ौली के किसानों का।
किसानों का आरोप है कि उनके गांव सहित अन्य 15 गांवों का सर्कल रेट इससे पहले 60 लाख रुपए प्रति एकड़ था लेकिन हुडा व सरकार उनको सर्कल रेट के हिसाब से मुआवजा देने को तैयार नहीं है। यह किसानों के साथ सरासर अन्याय है। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर नए सर्कल रेट के हिसाब से उनको मुआवजा नहीं दिया गया तो वे नहरपार चल रहे विकास कार्य को रोक देंगे। किसान जल्द इस बारे मेंडीसी को ज्ञापन देंगे। नहरपार ग्रेटर फरीदाबाद किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ व अन्य किसानों ने डीसी व अन्य अधिकारियों को भेजी शिकायत में बताया है कि जिस जमीन पर सरकार 90 लाख रुपए प्रति एकड़ की दर से स्टांप ड्यूटी लगवा रही है उस जमीन का रेट किसानों को केवल 16 लाख रुपए प्रति एकड़ दिया गया है।
सरकार व किसानों के बीच हुए समझौते की कॉपी, आईएमटी के बढ़े हुए मुआवजे के दस्तावेज, नहरपार के अधिग्रहण से संबंधित कागजात कई बार सरकार को सौंपे जा चुके हैं लेकिन सरकार ने कोई उचित कदम नहीं उठाया है।
This is total lapse by District Administration, They are delaying the compensation to farmers and In result that would be loaded on us.
Congress Policy is Anti Farmer and Anti development