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500 मीटर तक चौड़ा होगा बाईपास
Story Update : Saturday, April 28, 2012 12:01 AM
फरीदाबाद। दिल्ली से आने वाले वाहन चालकों को फरीदाबाद बाईपास पर अब जाम नहीं झेलना होगा। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) बाईपास रोड को करीब 500 मीटर तक चौड़ा करने जा रहा है।
फरीदाबाद बॉर्डर के पास से बाईपास की शुरुआत होती है। यह बाईपास सिक्स लेन है, लेकिन यहां प्रवेश करते ही जाम का सामना करना पड़ता है। यहां पर ऑटो व टैंपो वालों ने अतिक्रमण कर रखा है। इस कारण इस रास्ते दिल्ली आने-जाने वालों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। हुडा द्वारा बाईपास बनाने का मकसद यह है कि फरीदाबाद-बल्लभगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक लोड कम हो। साथ ही राजमार्ग की रेड लाइट से बचते हुए इस सिक्स लेन बाईपास पर लोग फर्राटे भरते हुए कम समय में बॉर्डर तक पहुंच जाएं, लेकिन बॉर्डर के निकट बाईपास के मोड़ पर जाम के हालात बने रहते हैं।
हुडा ने अब इस समस्या के स्थायी निदान की योजना तैयार कर ली है और जल्द ही बाईपास रोड को 500 मीटर तक दोनों ओर से चौड़ा किया जाएगा। इस रास्ते पर ग्रिल लगाकर ऑटो व टैंपो खड़े करने के लिए ग्रिल भी लगा दी जाएगी, ताकि ऑटो और टैंपो ग्रिल के अंदर रहें और बाईपास पर जाम न लगे। इसके अलावा यहां पर 20 मीटर ऊंची हाईमास्ट लाइट भी लगवाई जाएगी। पूरी योजना पर हुडा करीब 30 लाख रुपये खर्च करेगा।
बाईपास पर लगातार ट्रैफिक जाम की समस्या बनी हुई थी, क्योंकि दिल्ली व महरौली से आने वाला ट्रैफिक इसी जगह पर एकत्र होता है। इसकी शिकायत लोगों की ओर से आ रही थी, जिसका निदान किया जा रहा है।
अमनीत पी कुमार, प्रशासक हुडा
बॉर्डर पर बाईपास रोड को करीब 500 मीटर तक चौड़ा करने के बाद ऑटो व टैंपो को एक जगह एकत्र कर देंगे। रोड को चार से पांच मीटर तक दोनों ओर से चौड़ा किया जाएगा। इससे एनएच-दो और बाईपास रोड पर दोनों पर आसानी से वाहन फर्राटा भर सकते हैं। इस काम के लिए सर्वे पूरा हो गया है।
टीडी चोपड़ा, एसई हुडा
मलेरना आरओबी की टेंशन जल्द होगी दूर
May 4, 2012, 09.00AM IST
एनबीटी न्यूज ॥ सेक्टर-12
बाईपास रोड पर सेक्टर-58 और 59 तक बनाए जा रहे मलेरना रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण को लेकर गुरुवार को हूडा प्रशासक अमनीत पी. कुमार ने संबंधित अधिकारियों और रेलवे अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इसमें आरओबी के रास्ते में आ रही हाईटेंशन तारों को जल्द से जल्द हटाने के बारे में चर्चा की गई। रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वे एक महीने के अंदर रेलवे लाइन से बिजली के तारों को हटा देंगे, इसके बाद आरओबी का निर्माण कार्य आसानी से हो सकेगा।
बाईपास रोड पर मलेरना में बन रहे रेलवे ओवरब्रिज को बाईपास रोड की लाइफ लाइन कहा जा सकता है। ब्रिज का निर्माण रेलवे और हूडा दोनों मिलकर कर रहे हैं। रेलवे लाइन के दोनों तरफ का काम हूडा कर रहा है और रेलवे लाइन के ऊपरी हिस्से पर ब्रिज के निर्माण का काम रेलवे की ओर से किया जा रहा है। रेलवे हूडा के लिए डिपोजिट वर्क कर रहा है, यानी पैसा हूडा खर्च कर रहा है और निर्माण रेलवे की ओर से किया जा रहा है। हूडा ने अपने हिस्से का काम लगभग पूरा कर लिया है, सिर्फ रेलवे लाइन के ऊपर के हिस्से का काम बाकी है। रेलवे लाइन के ऊपर से 220 केवी के हाईटेंशन तार गुजर रहे हैं, जिस वजह से निर्माण नहीं हो पा रहा है। इसके चलते मलेरना रेलवे ओवरब्रिज की डेडलाइन भी कई बार बढ़ चुकी है। पिछली डेडलाइन हाल ही में 31 मार्च को मिस हुई है।
इस हाईटेंशन लाइन पर रेलवे की आगरा डिविजन का अधिकार है। गुरुवार को रेलवे की आगरा डिविजन के अधिकारियों के साथ हूडा प्रशासक ने मीटिंग की और इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने की बात कही। हूडा प्रशासक अमनीत पी. कुमार ने बताया कि मीटिंग के दौरान रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि लाइन को हटाने के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं और अगले एक महीने में लाइन को शिफ्ट करने का काम पूरा कर लिया जाएगा। अमनीत पी. कुमार का कहना है कि लाइन के शिफ्ट होने के तुरंत बाद तेजी से काम शुरू कर दिया जाएगा और जल्द से जल्द रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा ताकि, लोगों को बाईपास रोड का पूरा फायदा मिल सके।
जुलाई तक पूरा होगा छह लेन पुल
May 09, 05:50 pm
फरीदाबाद, जागरण संवाद केंद्र: सेक्टर-59 से 61 के बीच बाइपास रोड पर रेलवे ट्रैक के ऊपर बनाए जा रहे छह लेन पुल का निर्माण कार्य जुलाई तक पूरा होने की उम्मीद है। वहीं रेल विभाग तार को कहीं और शिफ्ट कर देगा। पुल निर्माण के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग से बाइपास रोड होते हुए 20 मिनट में दिल्ली से बदरपुर बार्डर पहुंच सकते हैं। हुडा ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों के बढ़ते दबाव के कारण रेलवे के साथ एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की थी। इस पुल को बनाने का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्ग से आगरा, मथुरा-वृंदावन व अन्य ऐतिहासिक स्थलों पर जाने वाले पर्यटकों को जाम से निजात दिलाना। दोनों विभागों ने वर्ष 2009 में पुल बनाने का काम शुरू किया था। वहीं इस पुल पर दोनों विभाग द्वारा लगभग 40 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इस पुल की लंबाई 900 मीटर है, जबकि चौड़ाई 27 मीटर है। हुडा के कार्यकारी अभियंता एके गुलाटी का कहना है कि हुडा का काम लगभग पूरा हो चुका है। रेलवे को अपने हिस्से के तार बदलने हैं। तार बदलने के लिए रेलवे ने टेंडर अलाट किया हुआ है, जिसके चलते काम शुरू होने वाला है। उन्होंने बताया कि जुलाई तक काम पूरा होने की उम्मीद जताई गई है।
एक और डेडलाइन होगी बाईपास!
Jun 5, 2012, 09.00AM IST
बाईपास रोड के निर्माण की रफ्तार को देखते हुए यह तय हो गया है कि यह नई डेडलाइन पर भी पूरी तरह तैयार नहीं हो पाएगा। हूडा को इस रोड के लिए एक और डेडलाइन तय करनी होगी। पिछले दिनों फाइनैंशल कमिश्नर एस. एस. ढिल्लो ने बाईपास रोड के लिए जून 2012 डेडलाइन तय की थी और अधिकारियों को तय वक्त पर काम पूरा करने का निर्देश भी दिया था। अब जून शुरू हो गया है और बाईपास रोड के कुछ काम ऐसे बचे हैं जिन्हें पूरा होने में 4 से 5 महीने लग सकते हैं। ओल्ड फरीदाबाद के पास बसी हुई किसान मजदूर कॉलोनी और मलेरना रेलवे ओवरब्रिज उनमें से एक है।
नैशनल हाइवे पर ट्रैफिक का दबाव कम करने और दिल्ली-आगरा आने-जाने वालों को एक और रास्त मुहैया कराने के लिए हूडा आगरा नहर के साथ बाईपास रोड बना रहा है। सेक्टर-37 से सेक्टर-59 तक बनने वाले इस रोड की लंबाई लगभग 26 किमी होगी। बाईपास रोड का निर्माण नवंबर 2008 में शुरू किया गया था और इसकी डेडलाइन कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले तय की गई थी। काम पूरा नहीं होने पर हूडा ने नई डेडलाइन 31 दिसंबर 2010 रखी। फिर अगली डेडलाइन 31 मार्च 2011 और फिर 31 दिसंबर 2011 रखी गई। उस समय तक भी काम पूरा न होता देख फाइनैंशल कमिश्नर एस. एस. ढिल्लो ने जून 2012 नई डेडलाइन रखी। लेकिन इस डेट तक भी हूडा बाईपास रोड का काम पूरा नहीं कर पाएगा। इस रोड के निर्माण में अभी काफी काम बचा है, जिसे पूरा करने में 4 से 5 महीने का समय लग सकता है। लगातार नई डेडलाइन के चलते बाईपास रोड का बजट 122 करोड़ रुपये से बढ़कर 145 करोड़ रुपये हो गया है।
बाईपास रोड के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा ओल्ड फरीदाबाद के पास बसी किसान मजदूर कॉलोनी के अवैध निर्माण हैं। यहां लगभग 1.1 किमी में लगभग 350 अवैध निर्माण ऐसे हैं जो बाईपास रोड में बाधा बन रहे हैं। इनमें रहने वालों ने अपने निर्माणों पर स्टे लिया हुआ है, जिसके चलते इन्हें हटाने में दिक्कतें हो रही हैं। इसके अलावा बाईपास रोड पर मलेरना में 38 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा रेलवे ओवरब्रिज भी इसके निर्माण में बाधा बना हुआ है। इस आरओबी के रास्ते में 122 केवी का हाईटेंशन तार आ रहा है, जिसके हटने के बाद हूडा अपना काम शुरू कर सकेगा। इस तार को हटाने और आरओबी के बनने में अभी 4 से 5 महीने तक लग सकता है।
हूडा एसई टी . डी . चोपड़ा का कहना है कि बाईपास रोड का निर्माण लगभग 98 फीसदी पूरा किया जा चुका है। अभी भी हमारा प्रयास है कि हम जल्द से जल्द काम पूरा कर लें। अवैध निर्माणों को आशियाना में शिफ्ट करने के लिए हमने उच्च अधिकारियों को लिखा है और मलेरना आरओबी के रास्ते से हाईटेंशन तार को हटाने का काम शुरू हो गया है। हम जल्द ही पूरे बाईपास रोड का निर्माण कर लेंग े।
मंजिल की ओर बढ़ती बाईपास रोड
Jun 11, 2012, 09.00AM IST
बाईपास रोड का निर्माण पूरा हो सके इसके लिए किसान और मजदूर कॉलोनी में बने अवैध निर्माणों को जल्द से जल्द हटा दिया जाएगा। दरअसल यहां रहने वाले लोगों को आशियाना फ्लैट्स में शिफ्ट करने की प्लानिंग सरकार ने कर ली है। सरकार जल्द ही आशियाना स्कीम को शुरू कर इन लोगों को फ्लैट उपलब्ध कराएगी।
बाईपास रोड पर सेक्टर -17, 18 और बसेलवा कॉलोनी के पास लगभग हजारांे अवैध निर्माण हूडा की जमीन पर बने हुए हैं। इनमें से कुछ को तो तोड़ दिया गया तो कुछ अब भी परेशानी का सबब बने हैं। लगभग 314 निर्माण ऐसे हैं , जो बाईपास रोड की जद में आते हैं। करीब 1.1 किमी में फैले इन निर्माणों में रहने वाले काफी सारे लोगों ने कोर्ट से स्टे लिया है , जिसके चलते इन्हें नहीं हटाया जा सकता है। हूडा अधिकारियों का कहना है कि पहले इन लोगों को आशियाना फ्लैटों में शिफ्ट किया जाएगा। उसके बाद इन अवैध निर्माणों को हटाया जाएगा।
हूडा ने सेक्टर -56 और 62 में 3080 आशियाना फ्लैट बनाए हुए हैं। अभी तक हूडा लगभग 840 लोगों को इन फ्लैटों में शिफ्ट कर चुका है , लेकिन पिछले दिनों सरकार ने इस स्कीम को कुछ समय के लिए बंद कर दिया था। इसलिए हूडा अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे हैं कि स्कीम को फिर से खोल कर इन 314 परिवारों को आशियाना मंे शिफ्ट करा दिया जाए।
रेलवे जुलाई तक कर लेगा हाईटेंशन टावरों को शिफ्ट
Jun 14, 2012, 09.00AM IST
मलेरना रोड स्थित निर्माणाधीन रेल ओवरब्रिज के हूडा के हिस्से का काम अंतिम चरण में है, वहीं रेलवे ने भी अपने हिस्से के काम को पूरा करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस रेल ओवरब्रिज की सबसे बड़ी बाधा हाईटेंशन टावरों को शिफ्ट करने का काम रेलवे ने शुरू कर दिया है। इसके तहत रेलवे ने नए टावर के लिए फाउंडेशन का निर्माण भी शुरू हो चुका है। रेलवे अपने हिस्से के काम को जुलाई तक पूरा करने का दावा कर रहा है। हालांकि, इस प्रोजेक्ट की डेडलाइन मार्च 2013 है।
बाईपास रोड पर सेक्टर-59 और 61 के पास रेल लाइन क्रॉस कर रही है। इस लाइन के दोनों तरफ कनेक्टिविटी के लिए हूडा यहां पर रेलवे ओवरब्रिज बना रहा है। इस ब्रिज के निर्माण में लगभग 40 करोड़ रुपये की लागत आ रही है। रेलवे लाइन के दोनों तरफ पुल का निर्माण हूडा को करना है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने में रेलवे के हाईटेंशन टावर आड़े आ रहे हैं। इस वजह से प्रोजेक्ट कई बार अपनी डेडलाइन मिस कर चुका है। अब रेलवे ने अपने हाइटेंशन टावर को शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। हालांकि, अब 4 टावरों की जगह पर सिर्फ 3 टावर बनाए जाएंगे और हाईटेंशन तार की ऊंचाई को भी बढ़ाया जाएगा। इस बाबत कैलाश इलैक्ट्रिक नाम की कंपनी को शिफ्टिंग का काम सौंपा गया है। कंपनी ने तारों की शिफ्टिंग का काम शुरू कर दिया है। बुधवार को संबंधित विभाग के सेक्शन अफसर के.पी. सिंह ने काम का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि इस काम को जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा।
फ्लैट देने की घोषणा इसी हफ्ते!
Story Update : Tuesday, September 04, 2012 12:01 AM
फरीदाबाद। बाईपास रोड की सबसे बड़ी बाधा दूर होने जा रही है, क्योंकि हुडा इसी सप्ताह बाईपास रोड पर बसे झुग्गीवासियों को आशियाना देने का ऐलान कर सकता है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
हुडा ने राष्ट्रीय राजमार्ग-दो के ट्रैफिक को शहर में प्रवेश न देकर बाईपास रोड के रास्ते बाहर-बाहर ही निकलाने की योजना बनाई थी, ताकि शहर के अंदर जाम की समस्या से लोगों को बचाया जा सके। इस योजना पर हुडा ने करीब 145 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन बाईपास रोड स्थित सेक्टर-18 और बसेलवा कॉलोनी के पास करीब एक किलोमीटर से अधिक जगह पर बनी झुग्गियों और अवैध कब्जे होने के कारण यह योजना सफल नहीं हो पा रही थी। इस जगह पर अवैध कब्जे होने के कारण सड़क को चौड़ा नहीं किया जा सका। हुडा द्वारा इस जगह को अवैध कब्जों से मुक्त कराने के लिए एरिया का सर्र्वे कराया गया था। करीब 313 लोगों को सेक्टर-62 स्थित आशियाना मेें फ्लैट देने की योजना तैयार कराई, ताकि अवैध कब्जों को हटाकर सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जा सके।
पिछले दिनों इन सभी लोगों को फ्लैट उपलब्ध कराने के लिए हुडा के सर्वे ब्रांच की ओर से आवेदन प्रक्रिया भी शुरू कराई गई और लोगों से आवेदन फॉर्म भरकर जमा करवाए गए। सर्वे ब्रांच के अधिकारियों की मानें, तो आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह समाप्त हो चुकी है, अब केवल फ्लैट आवंटन के लिए निर्धारित कमेटी को तिथि की घोषणा करनी है। हुडा प्रशासक एनके सोलंकी ने बताया कि फ्लैट आवंटन के लिए चुनी गई कमेटी को लेकर इस सप्ताह बैठक होगी, जिसमें फ्लैट अलॉट करने के लिए ड्रॉ प्रक्रिया की तिथि की घोषणा कर दी जाएगी।
dheerajjain wrote:It is VOTE BANK politics. Politicians are the biggest law breakers. See what Shiela Dixit did in Delhi, made legal millions of unauthorized constructions. Her logic : "People have spent money building them. We will not let anyone demolish them". So, going by her logic, grab a land by spending zero money, then spend some money on building something on that land and then no one can touch your illegal constructions. That is the same thing happening in Faridabad. Land grabbers are getting free flats by Govt. whereas we the educated tax paying middle class people who have bought our residences on legal land licences have been put down with tremendous burden of EDC by Govt.
We, the tax payers, are treated as 'minority' in the eyes of the administration in a democraic set up. In a society, the interest of the minority is always crushed for the interest of the majority. For better clariffication, I am attaching a file in Powerpoint Show. Please see and comment.
आशियाना फ्लैटों का ड्रॉ 27 सितंबर को
Sep 19, 2012, 08.00AM IST
एनबीटी न्यूज ॥ फरीदाबाद
बाईपास रोड के निर्माण की राह को आसान करने के लिए हूडा जल्द ही बाईपास रोड पर किसान व मजदूर कॉलोनी में बने हुए 313 अवैध निर्माणों को हटाने की प्लानिंग कर रहा है। इसके लिए हूडा 27 सितंबर को इन अवैध निर्माणों में रहने वाले लोगों को आशियाना फ्लैटों में शिफ्ट करने के लिए ड्रॉ का आयोजन कराने जा रहा है।
गौरतलब है कि किसान व मजदूर कॉलोनी में लगभग 313 अवैध निर्माण बाईपास रोड के निर्माण में बाधा बन रहे हैं। यहां रह रहे लोगों को आशियाना में शिफ्ट करने के लिए पिछले दिनों हूडा ने उनसे आवेदन भरवाए थे। इनमें से लगभग 90 लोगों ने ही आवेदन करने में रुचि दिखाई है। हूडा एस्टेट ऑफिसर वीर सिंह कालीरमण का कहना है कि जिन लोगों ने आवेदन किए हैं, उन्हें 27 सितंबर को ड्रॉ के बाद फ्लैट अलॉट कर दिया जाएगा। बाकी सभी अवैध निर्माणों को तोड़ दिया जाएगा ताकि जल्द से जल्द बाईपास रोड का निर्माण पूरा किया जा सके।
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