14 टॉवर की लिफ्ट बिल्डर ने की बंद, स्थानीय लोगों ने किया हंगामा2628_untitled-12.jpg
फरीदाबाद। नहरपार ग्रेटर फरीदाबाद में बिल्डरों की मनमानी जारी है। नहरपार एक बड़े बिल्डर पर 14 बहुमंजिला इमारतों की लिफ्ट बंद करने को लेकर सोमवार को स्थानीय लोगों ने हंगामा कर दिया। लिफ्ट बंद होने से लोग अपने फ्लैट तक नहीं पहुंच पाए। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पहले तो पुलिस बिल्डर के पक्ष में बोली, लेकिन लोगों के आक्रोश के चलते पुलिस मेंटिनेंस मैनेजर की तलाश में जुट गई। हंगामा होते ही मैनेजर मौके से फरार हो गया। स्थानीय आरडब्लूए ने इसकी शिकायत खेड़ीपुल पुलिस चौकी को दे दी है।
क्या है आरोप
स्थानीय आरडब्लूए के प्रधान रिटायर्ड कर्नल आरके टंडन का कहना है कि उनके आसपास बिल्डर के 14 टॉवर हैं। इनमें 15-15 मंजिल तक फ्लैट बने हैं। सोमवार को बिल्डर के स्टाफ ने 14 टॉवर की लिफ्ट बंद कर दी। लिफ्ट बंद होते ही सभी टॉवर में अफरा-तफरी मच गई। जो बुजुर्ग नीचे थे वे नीचे ही रह गए और जो ऊपर थे, वे नीचे नहीं उतर सके। कुछ बीमार लोगों को भी परेशानी हुई। इस मामले की सूचना आरडब्लयूए को दी गई।
मौके पर महिलाओं सहित काफी लोग एकत्रित हो गए और हंगामा करने लगे। उधर हंगामे की सूचना मिलते ही मेंटिनेंस मैनेजर फरार हो गया। इसके बाद पुलिस को मामले से अवगत कराया गया। बाद में पुलिस ने दो घंटे मैनेजर का इंतजार किया लेकिन वह नहीं आया। इसके बाद लिफ्ट को चालू कराया गया। प्रधान आरके टंडन का आरोप है कि बिल्डर अक्सर इस तरह की मनमानी करता है।
यहां सीवरेज की बड़ी समस्या है। नालियां ओवरफ्लो हो जाती हैं। कोई उनकी सुनने वाला नहीं है। लोगों को फ्लैट का एरिया कुछ बताया गया था और मौके पर कुछ और मिला। इतना ही नहीं रजिस्ट्री के समय में भी घपला किया गया। इस मामले में प्रशासन चुप्पी साधे है।
मिलीभगत से नहीं हो रही कार्रवाई
राजनीतिक सरंक्षण प्राप्त व रसूखदार बिल्डरों के साथ अधिकारियों की भी मिलीभगत सामने आ चुकी है। हैरत की बात है कि निवेशकों द्वारा हजारों शिकायतें देने के बावजूद अभी तक प्रशासन व सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया है। नहरपार निवेशक अजय यादव, धीरज जैन, सीमा, जयंत, रवि सिंगला का कहना है कि उन्होंने समय पर ईडीसी बिल्डर्स के पास जमा करा दी है। इसके बावजूद उनसे अब तय ईडीसी से अधिक वसूली की गई थी। हजारों शिकायतें विभाग के अधिकारियों के पास दी हैं लेकिन उन पर कोई एक्शन नहीं हुआ है।
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